छत्तीसगढ़ के बस्तर में लगातार हो रही बारिश ने अब लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। बारिश के चलते रायपुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे 30 पर पानी भरन से आवागमन ठप हो गया है। बताया जा रहा है कि देर रात से करीब 20 से ज्यादा यात्री बस समेत अन्य वाहनों की दोनों तरफ लंबी कतार लगी हुई है। जलभराव के चलते सैकड़ों पैसेंजर फंसे हुए हैं। सड़क से पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं शबरी का जल स्तर बढ़ने से सुकमा के कोंटा में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।

नेशनल हाईवे 30 से गुजरने वाली मारकंदी नदी उफान पर है। सोमवार को हुई बारिश से नदी का पानी सड़क पर आ गया है। जगदलपुर से करीब 30 से 40 किमी दूर रायपुर की तरफ नेशनल हाईवे में पानी भर गया है। इस मानसून में भानपुरी में पहली बार ऐसे हालात बने हैं। जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप्प है। फिलहाल बारिश अभी रुकी हुई है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 3 से 4 घंटे के अंदर पानी सड़क से उतर जाएगा। इधर, बारिश की वजह से जगदलपुर-बीजापुर NH-163 से होकर बहने वाली तुमनार नदी उफान पर है। बस्तर संभाग में लगातार बारिश हो रही है। बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले में मानसून की झड़ी लगी हुई है। लगातार हो रही बारिश से कई नदी-नाले उफान पर हैं। बताया जा रहा है कि सुकमा और बीजापुर जिले के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। सभी जिलों में प्रशासन भी अलर्ट है।छत्तीसगढ़ को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से जोड़ने वाले NH- 30 में कोंटा से 2 किमी की दूरी पर सड़क जलमग्न हो गई है। विरापुरम पुल के पास सड़क पर करीब ढाई फीट बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे आवागमन बंद है। बताया जा रहा है कि, मंगलवार सुबह 8 बजे तक शबरी का जलस्तर 12.300 मीटर दर्ज किया गया। जबकि, तेलंगाना के भद्राचलम में गोदावरी का जल स्तर 38.70 फीट दर्ज हुआ है। कोंटा में फर्स्ट वार्निंग लेवल 13.500 मीटर है।