पीजी कालेज में हुआ जिला स्तरीय संगीतिक पक्ष का कार्यक्रम
जिले के पांच कालेज के विद्यार्थियों ने किया संगीत कला का प्रदर्शन
महाविद्यालय की स्मारिका पत्रिका उत्कर्ष का हुआ विमोचन
धीरज जॉनसन
दमोह: मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के तत्वावधान में ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय पीजी कालेज में आजादी के अमृत महोत्सव व युवा उत्सव के तहत जिला स्तरीय संगीतिक पक्ष प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें पी जी कालेज, कमला नेहरु कालेज सहित पथरिया, तेंदूखेड़ा और ओजस्विनी कालेज के विद्यार्थियों ने सहभागिता की। इस दौरान महाविद्यालय की स्मारिका पत्रिका उत्कर्ष का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डां केपी अहिरवार द्वारा किया गया। निर्णायक मंडल की जिम्मेदारी वृंदावन तिवारी, संगीतविद, वनारसीदास विश्वकर्मा, उपसंचालक सामाजिक न्याय सागर, राजू वर्मा संगीत विद सागर ने निभायी। इस दौरान प्राचार्य डां केपी अहिरवार ने महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय में महाविद्यालय के सह प्राध्यापक डा रमाकांत व्यास को विषय विशेषज्ञ बनाये जाने पर बधाई दी साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति का आभार माना कि पांच महाविद्यालयों के प्राचार्य को विश्वविद्यालय की कार्य परिषद में स्थान दिया जिसमें डां के पी अहिरवार भी शामिल हैं। अपने उद्बोधन में उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के प्रयोजन को बताया साथ ही आयोजकों, टीम प्रभारियों, निर्णायकों और कलाकार विद्यार्थियों को शुभकामनाएं और धन्यवाद सहित नये वर्ष की शुभकामनाएं दी।
इस प्रतियोगिता में शास्त्रीय एकल गायन और सुगम संगीत एकल गायन में दमोह पीजी कॉलेज की अनुश्री सोनी और मुस्ताक खान ने पहला स्थान प्राप्त किया वहीं तेंदूखेड़ा की छात्रा शुभांगी सोनी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह शास्त्रीय वाद्य मैं शासकीय पीजी कॉलेज के विद्यार्थी रोहित पटेल और हर्ष पटेल ने पहला स्थान प्राप्त किया वही पाश्चात्य संगीत एकल गायन में अंकित माधवी और पाश्चात्य संगीत समूह गायन में भी अंकित माधवी और उनके साथियों ने पहला स्थान प्राप्त किया । भारतीय संगीत (समूह गायन) जो देश भक्ति और लोकगीत से ओतप्रोत थे उस में पहला स्थान पीजी कॉलेज के छात्र हर्ष पटेल एवं उनके साथियों ने तथा द्वितीय स्थान ओजस्विनी उत्कृष्ट महाविद्यालय की छात्रा प्रियंका पटेल एवं उनके साथियों ने प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि विद्वानों, कर्मचारियों सहित छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।