भोपाल । बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पिछले तीन सालों में 93 बाघों की मौत हुई है। इन मोतों को रोकने में वन विभाग के अधिकारी असफल साबित हुए हैं। इस साल में भी 12 बाघ अभी तक मर चुके हैं। यह सभी मौतें टाइगर रिजर्व के अंदर हुई है।  हाल ही में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 साथियों की मौत हुई है। रात भर हाथी चिंघाड़ते रहे। इसके बाद भी वन कर्मियों ने उनकी सुध नहीं ली। टाइगर रिजर्व में जिस तरह से वन्य जीवों की मौत हो रही है। उसको लेकर देश भर में चिंता प्रकट की जा रही है। वन्यजीवों की मौत का सिलसिला यहां पर रुक नहीं रहा है। लगातार वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की शिकायत शासन स्तर पर होती हैं। लेकिन पिछले तीन वर्षों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस बार कड़ा रुख अख्तियार किया है।