इस्लामाबाद । पाकिस्तान में सेना और सियासी पार्टियों के बीच सदैव से गतिरोध चलता ही रहता है। कभी पाकिस्तान पर सेना का कब्जा होता है तो कभी लोकतंत्र होता है, परंतु हर परिस्थित में यहां सियसत गरमाई रहती है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा है कि अदालत की ओर से अयोग्य ठहराए जाने की स्थिति में पीटीआई उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी पार्टी का नेतृत्व करेंगे। खान ने शनिवार को लाहौर में अपने जमान पार्क स्थित आवास पर पत्रकारों और वकीलों के साथ बैठक में कहा कि अगर मैं अयोग्य घोषित किया जाता हूं, तो शाह महमूद कुरैशी पार्टी चलाएंगे। इमरान खान भ्रष्टाचार एवं आतंकवाद के कई मामलों का सामना कर रहे हैं।
पाकिस्तान में 9 मई को हुई हिंसा के बाद से सरकार और सेना मिलकर पीटीआई पर शिंकजा कस रहे हैं और एक-एक कर पार्टी नेता इमरान से किनारा करते जा रहे हैं। बैठक में उन्होंने कहा कि स्थिति जल्द ही बदलने वाली है। उन्होंने कहा कि मैं आने वाले दिनों में एक बड़ा सरप्राइज दूंगा। इमरान ने दावा किया कि कुछ नेता तो मजबूरी में पार्टी छोड़ रहे हैं, जबकि कुछ का पर्दाफाश हो गया है।
इमरान ने युवाओं को अपनी पार्टी की सबसे बड़ी दौलत बताते हुए कहा कि पार्टी का टिकट उनका अधिकार है और कहा कि नेताओं के इस्तीफे के बावजूद पीटीआई अगला आम चुनाव जीतेगी। पीटीआई चीफ ने दावा किया कि उन्हें गिरफ्तार करने, अयोग्य ठहराने और यहां तक कि उनकी हत्या करने की साजिश रची गई थी। शहबाज सरकार का आरोप है कि इमरान ने ही 9 मई को हुई हिंसा के निर्देश दिए थे।
पाक के पीएम इमरान खान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झुठलाते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी हिंसा और तोड़फोड़ के निर्देश नहीं दिए थे। उन्होंने कहा कि मेरा सेना से कोई झगड़ा नहीं है और यह सेना मेरी है। इमरान खान के करीबी सहयोगी और सिंध प्रांत के पूर्व गवर्नर इमरान इस्माइल ने शनिवार को पीटीआई से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि मैं पीटीआई के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। खान साहब मैं आपको और पीटीआई को अलविदा कह रहा हूं।।