शिक्षा विभाग ने शिक्षण प्रशिक्षण नीति को लेकर किया जमीनी मंथन

साँची/रायसेन ।पीपल संस्था द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण नीति की कार्यशाला आयोजित मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सीएम राइज टीचर प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत पीपल संस्था द्वारा शिक्षण प्रशिक्षण नीति की कार्यशाला सांची में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में संकुल केंद्र शासकीय उत्कृष्ट उमावि सांची के शिक्षकों के साथ आयोजित की गई। जिसमें  हाई सेकेंडरी ,हाई स्कूल, माध्यमिक विद्यालय, और प्राथमिक विद्यालय स्तर के 100 शिक्षक उपस्थित थे। कार्यशाला सेंट जेवियर स्कूल साँची में कोरोना गाइड़ लाइन का पालन करते हुए आयोजित की गई।


उक्त कार्यशाला में शिक्षकों को ओपन मंच में उनकी परेशानियां और शिक्षण कार्य की गुणवत्ता को लेकर लोक शिक्षण संचनालय के संचालक केके द्विवेदी, अपर संचालक पीएस कुशवाहा , धीरेंद्र चतुर्वेदी उपसंचालक आलोक खरे , एचएन नेमा  संयुक्त संचालक राजीव तोमर सहित जिला शिक्षा अधिकारी विदिशा, अतुल मुद्गगल,  जिला शिक्षा अधिकारी रायसेन एम एल राठौरिया, विदिशा एवं रायसेन के डीपीसी, डाइट प्राचार्य विदिशा, रायसेन सहित व्यख्याता, बीआरसी, जन शिक्षक सहित शिक्षकों में ओपन मंच में प्रशिक्षण नीति पर मंथन किया गया।


पीपल संस्था से उपासना सचदेवा सचिन आशापुर गुंजन शर्मा दीपा रघुवंशी ने 7 चरणों के आयामों को स्पष्ट किया । 
 1 शिक्षकों की आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण 
2 योजनाबद्ध समय सीमा में प्रशिक्षण कलेण्डर,
3 प्रशिक्षण प्रदान करने का तरीका
4 अवलोकन और सीखने वाले समुदाय
5 प्रभावी आकलन
6 पुरस्कार और सम्मा
7 विकास कैरियर पथ की सिफारिश 
 *शिक्षकों ने रखी अपनी बात* 
# अनावश्यक प्रशिक्षण बंद किए जाएं।
#शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य न दिए जाएं।
# पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराए जाएं
# बार-बार योजनाओं में परिवर्तन ना किया जाए।
# छात्रों की उपस्थिति के लिए नियम बनाकर पलकों को जिम्मेदारी दी जाय। 
# अधोसंरचना का विकास हो।
# विषय मान से शिक्षक की उपलब्धता हो।
अपर संचालक लोक शिक्षण डी एस कुशवाहा ने उद्बोधन में शिक्षकों को प्रशिक्षण की अपेक्षा उन्मुखीकरण करने की आवश्यकता पर बल दिया उन्होंने कहा कि शिक्षकों को मोटिवेशन और बच्चों के साथ सही मनोदशा के साथ कार्य करने पर बल दिया जाना चाहिए।
संचालक लोक शिक्षण केके द्विवेदी ने शिक्षकों के प्रशिक्षण को आवश्यकता अनुरूप सीमित समय में करवाए जाने तथा शिक्षकों की कार्य क्षमता का पूरा उपयोग छात्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विकास में लगाए जाने हेतु प्रेरित किया।
रायसेन जिले को प्रशिक्षण नीति की कार्यशाला आयोजित करने का जिला शिक्षा अधिकारी एम एल राठौरिया ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन अरुण गोयल ने किया।

न्यूज़ सोर्स : Indiacitynews. com