आज उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक लेंगे मुख्यमंत्री शिवराज
अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण मुद्दे पर निर्णय ले सकती है सरकार
डॉ अनिल जैन
भोपाल।साल 2022 की शुरुआत से ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक्शन में दिख रहे हैं,सभी विभागों की समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ले रहे हैं।इसी कड़ी में आज उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक होनी है।संभावना ये जताई जा रही है की अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण मुद्दे पर सरकार निर्णय कर सकती है।क्योंकि विपक्ष में रहते हुए शिवराज सिंह चौहान सहित सरकार के कई कैबिनेट मंत्री अतिथि विद्वानों के शाहजहानी पार्क के बहुचर्चित आंदोलन में जाकर शिरकत किए और सड़क से लेकर सदन तक हल्लाबोल किया था।
*टाइगर अभी जिंदा है* इसी आंदोलन में मुख्यमंत्री शिवराज का ये डायलॉग काफ़ी चर्चित रहा उन्होंने कहा था की बीजेपी की सरकार बनते ही अतिथि विद्वानों को नियमित किया जाएगा,तब से अतिथि विद्वानों को सूबे के मुखिया के वादा निभाने का इंतजार है।अतिथि विद्वान भी लगातार अपनी मांग हर मंच पर रखते आ रहे हैं।पूर्व की कांग्रेस सरकार के मुखिया कमलनाथ व पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी आंदोलन के समय ही नियमितीकरण का प्रस्ताव कैबिनेट में लेकर आए थे उसी समय सत्ता में उथल पुथलहुई सरकार गिर गई।अब देखना है की कल होने वाली समीक्षा बैठक में सरकार अतिथि विद्वानों पर क्या निर्णय लेती है।
डॉ देवराज सिंह,प्रदेश अध्यक्ष अतिथि विद्वान महासंघ का कहना है कि
सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी से आग्रह है की वो अपना वादा याद करें और पीछे दो दशकों से शोषित पीड़ित उच्च शिक्षित वर्ग अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में लाएं।क्योंकि अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण मुद्दे पर ही मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार बनी है।
डॉ आशीष पांडेय,मीडिया प्रभारी अतिथि विद्वान महासंघ का कहना है कि हम सब मध्य प्रदेश वासी अतिथि विद्वान उम्मीद करते हैं की आज की समीक्षा बैठक में मुख्य केंद्र बिंदु अतिथि विद्वान ही रहेंगे।मध्य प्रदेश के अलावा विभिन्न राज्यों में अतिथि विद्वानों को नियमित कर दिया गया है लेकिन आज तक मध्य प्रदेश सरकार एक भी कदम अतिथि विद्वानों के हित में नही उठाई है।परीक्षा,प्रवेश,प्रबंधन,अध्यापन आदि समस्त कार्य पिछले 26 वर्षो से विद्वान करते आ रहे हैं।सरकार को तत्काल भविष्य सुरक्षित करना चाहिए अतिथि विद्वानों का और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को वादा पूरा करना चाहिए।