नई दिल्ली ।     राजस्थान में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट विवाद खत्म करने का जिम्मा पार्टी आलाकमान ने कमल नाथ को दिया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मौजूदा राष्ट्रीय महासचिव कमल नाथ ने दिल्ली में सचिन पायलट से मुलाकात भी की। हालांकि इसका कोई नतीजा नहीं निकला। बता दें, सचिन पायलट ने बीती 12 अप्रैल को जयपुर में एक दिन का अनशन किया था। सचिन पायलट ने यह अनशन अपनी ही पार्टी के अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ किया था। पायलट का कहना है कि चुनाव आने वाले हैं, इसलिए हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के जो वादे जनता से किए हैं, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए। सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर यह आरोप भी लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में हुए घपलों की जांच नहीं की जा रही है। दिल्ली में हुई इस मीटिंग में केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे। इस बैठक में सचिन पायलट ने कहा कि उनका अनशन पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ था। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में कोई सवाल नहीं उठा।

राजस्थान संकट: दिल्ली में बैठकों का दौर जारी

राजस्थान के संकट पर दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने गुरुवार सुबह पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे से राजस्थान मुद्दे पर चर्चा की। दो दिनों में दोनों नेताओं की यह दूसरी बैठक रही। उन्होंने मामले पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात भी की थी। पायलट के करीबी नेताओं ने तर्क दिया है कि कांग्रेस अडानी मामले में और कर्नाटक चुनावों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाती रही है और पायलट की कार्रवाई उसी के अनुरूप थी।