राहुल गांधी शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपना सरकारी आवास खाली कर रहे हैं। दरअसल, राहुल गांधी लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए गए थे। जिसके बाद सरकारी आवास खाली करने का कांग्रेस नेता को नोटिस मिला था।उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने 'मोदी सरनेम' संबंधी टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के मामले में कांग्रेस नेता को 23 मार्च को दो साल जेल की सजा सुनाई थी।सूरत कोर्ट के फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने एक नोटिफिकेशन जारी कर राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया था।

जिसके बाद लोकसभा की हाउसिंग कमेटी की तरफ से घर खाली करने का कांग्रेस नेता को नोटिस प्राप्त हुआ था।हाउसिंग कमेटी ने राहुल गांधी को सरकारी आवास खाली करने के लिए 22 अप्रैल तक का समय दिया था। ऐसे में कांग्रेस नेता ने अपना सरकारी आवास खाली करना शुरू कर दिया है।हाउसिंग कमेटी से नोटिस मिलने के बाद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया भी सामने आई थी। जिसमें उन्होंने साफ कर दिया था कि वो नोटिस का पालन करेंगे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपना सरकारी आवास खाली करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार (14 अप्रैल) को उनके घर से सामान ट्रक लेकर निकलता दिखा। राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने मोदी सरनेम टिप्पणी मामले में 23 मार्च को दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई थी।  

हाउस कमेटी ने फिर 27 मार्च को राहुल गांधी को नोटिस दिया था कि वो एक महीने में अपना घर खाली कर दें। इस पर उन्होंने लोकसभा सेक्रेटरी को लेटर लिखकर कहा था कि वो लोकसभा में पिछले चार बार से चुने हुए सदस्य रहे हैं। इस कारण यहां काफी अच्छा समय बिता। इसको लेकर मेरे पास काफी अच्छी यादें हैं।