भोपाल  !   आज नेशनल सिविल सर्विस डे है। इस मौके पर राजधानी की आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी के स्वर्ण जयंती सभागार में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। सुबह करीब साढ़े दस बजे सीएम शिवराज प्रशासन अकादमी पहुंचे और दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार ने मुख्यमंत्री शिवराज और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

सीएम शिवराज ने सभागार में मौजूद अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सिविल सर्विस डे का अर्थ ही है जनता की सेवा करना। हम लोग सेवक हैं और हमारा मूल काम ही देश और समाज की सेवा करना है। कई अधिकारी विभागों को लेकर नाखुश रहते हैं। कहते हैं, छोटा विभाग दे दिया। विभाग सरकार ने बनाए हैं। कोई विभाग छोटा-बड़ा नही होता। कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जिन्होंने विभाग में रहते हुए बेहतर कार्य किए है। हम जो करेंगे देश के लिए करेंगे। कोरोना में अधिकारियों ने बेहतर कार्य किए हैं। एक अधिकारी चाहे तो पूरा जिला बदल सकता है, विभाग बदल सकता है। हम ध्यान केंद्रित करे जनकल्याण पर। हमने कई टारगेट पूरे किए हैं। मध्यप्रदेश कभी बीमारू राज्य कहलाता था। हमको कहीं कोई गिनता नहीं था, लेकिन आज मुझे कहते हुए गर्व है कि मध्यप्रदेश ने हर क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है और मैं इसका श्रेय अपनी टीम को देता हूं, आप सबको देता हूं। हम लोगों ने असाधारण परिश्रम किया है। दिए गए टास्क को पूरा किया है। हमने जनता और प्रशासन के बीच की दूरी को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। यह हमारी बड़ी उपलब्धि है। जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए हमारे निरतंर अभियान चल रहे हैं। आगामी 10 से 25 मई के बीच नामांतरण, बंटवारा आदि के समाधान के लिए शिविर लगेंगे। आज सिविल सर्विस डे पर हम संकल्प लें कि जनता से जुड़े कोई भी काम शेष न रहें। सीएम ने अधिकारियों को सुशासन का फलसफा समझाया और कहा कि सुशासन मतलब तय समय में व्यक्ति के कार्य को पूरा कर दिया जाए। लोगों को कहीं भटकना न पड़े। आपका जीवन अपने लिए नहीं, अपनों के लिए है।