इन शहरों के रेलवे स्टेशन हैं काफी खूबसूरत, एक बार जरूर देखें...
भारत के ऐसे कई शहर हैं जहां घूमने का सपना लगभग हर घुमक्कड़ का होता है। कोई शहर अपने खानपान के लिए मशहूर है, तो कोई खरीददारी के लिए, कोई झीलों के लिए तो कोई महलों के लिए। लेकिन क्या आप ऐसे शहरों के बारे में में जानते हैं जो पर्यटन स्थलों के साथ-साथ अपने खूबसूरत और साफ-सुथरे रेलवे स्टेशन्स के लिए मशहूर हैं? अगर नहीं, तो आज हम आपको ऐसे ही कुछ शहरों की सैर पर ले चलने वाले हैं।
चारबाग रेलवे स्टेशन
अपनी नज़ाकत और जायकों के लिए दुनियाभर में मशहूर लखनऊ शहर की बात ही अलग है। इस शहर में घूमने वाली जगहों की कोई कमी नहीं लेकिन अगर आप यहां आने का प्लान बना रहे हैं और आपके शहर से लखनऊ की दूरी बहुत ज्यादा नहीं, तो कोशिश करें ट्रेन से आने की। लखनऊ का चारबाग़ रेलवे स्टेशन बेहद खूबसूरत और व्यस्त स्टेशन है। यह अंग्रेज़ों के समय की एक खूबसूरत इमारत है, जो अंदर और बाहर दोनों से बेहद आकर्षक है। रेलवे स्टेशन की ऊपर से खिंची गई तस्वीरें बिल्कुल शतरंज की बिसात जैसी लगती है और लम्बे-लम्बे खंबे, नीचे बने हुए गुम्बद शतरंज के खिलाडियों जैसे नजर आते हैं।
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन
चेन्नई रेलवे स्टेशन को साउथ इंडिया के द्वार के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण भारत में ट्रैवल करने वाले मुसाफिरों के लिए तो यह आवागमन का सबसे जरूरी माध्यम है। चेन्नई का रेलवे स्टेशन लगभग 143 साल पुराना है। इस स्टेशन को हेनरी इरविन नामक व्यक्ति ने बनवाया था। इतना पुराना स्टेशन होने के बाद भी इसकी खूबसूरती आजकल बरकरार है। तो चेन्नई आकर इसे देखना मिस न करें।
कून्नूर रेलवे स्टेशन
कूनूर रेलवे स्टेशन इस शहर को देशभर से जोड़ने का काम करता है और यहां आने वाले यात्रियों को तमिलनाडु के नीलगिरि के इस खूबसूरत हिल स्टेशन लेकर आता है। रेलवे स्टेशन के खूबसूरती को बढ़ाने का काम करते हैं आसपास के हरे-भरे नजारे। यह रेलवे स्टेशन नीलगिरि माउंटेन रेलवे का हिस्सा है जो दुनियाभर में मशहूर है। शहर में घूमने वाली जगहों की कोई कमी नहीं, लेकिन समय निकालकर कून्नूर रेलवे स्टेशन भी देखें। जो आपके ट्रिप को बना देगा यादगार।
तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन
केरल का सबसे बड़ा और सबसे बिजी रेलवे स्टेशन है तिरुवनंतपुरमन सेंट्रल। यहां आकर आपको ऐसा लगेगा जैसे आप रेलवे स्टेशन नहीं बल्कि एयरपोर्ट पर घूम रहे हैं। इस रेलवे स्टेशन को साल 1931 में बनाया गया था और तब से आज तक केरल गर्वनमेंट इसकी देखरेख कर रही है। इसकी खूबसूरती और बनावट की वजह से यह केरल की सबसे सुन्दर इमारतों में गिना जाता है।