राजगढ़ ।   राजगढ़ जिले में सोमवार को पहुंची राहुल गांधी की न्याय यात्रा शेरपुरा गांव में अपने अंतिम पड़ाव पर थी। राहुल गांधी किसानों से खाट पर बैठकर मुलाकात की और बातचीत की। इसके समापन के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का आना-जाना भी चलता रहा, लेकिन भोपाल मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को खाट पंचायत में एंट्री नहीं मिली। राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस पर भाजपा ने भी तंज कसा है।  सोमवार को राजगढ़ जिले के ब्यावरा में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा रोड शो के बाद देर शाम को शेरपुर गांव में किसानों से बातचीत की। इसके बाद आरिफ मसूद समेत कई नेता राहुल गांधी से मिलने पहुंचे थे। आरिफ मसूद को सुरक्षाकर्मियों ने यह कहकर बेरंग लौटा दिया कि उनका नाम सूची में नहीं है। आरिफ मसूद ने पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह को फोन कर बाहर भी बुलाया लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनकी बात भी नहीं मानी। राहुल से मिलने वालों के लिए सिर्फ उनकी अनुमति का हवाला देकर सहयोग करने की अपील की। हालांकि, कुछ देर बाद आरिफ मसूद को अंदर आने की अनुमति मिल गई थी। अनुमति न दिए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। 

भाजपा ने कसा तंज

भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि राहुल गांधी की यह कैसी मोहब्बत की दुकान? जनता तो देखने-सुनने आ नहीं रही है, बेचारे जो कांग्रेसी आ रहे है, उन्हें भी धक्के मारे जा रहे हैं। अब कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद को ही राहुल गांधी के पास जाने से रोका गया। ज़्यादातर तो पहले ही गायब है। अब जो थोड़े-बहुत आ रहे हैं, उनका भी अपमान किया जा रहा है। सलूजा ने एक अन्य ट्वीट में सवाल उठाया कि क्या कारण है कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा मध्यप्रदेश में घूम रही है और मध्य प्रदेश कांग्रेस के तमाम बड़े चेहरे इस यात्रा से ग़ायब है? कुछ ने पहले दिन मुंह दिखाई की रस्म अदा की और फिर गायब हो गए। कमलनाथ जी, सुरेश पचौरी जी, अरुण यादव, अजय सिंह, विवेक तनखा, कांतिलाल भूरिया सहित तमाम बड़े नेता ढूंढे नहीं मिल रहे हैं।