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जहां एक ओर शासन आम लोगो के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जननी एक्सप्रेस और 108 एंबुलेंस जैसी विभिन्न योजनाएं चल रही है। वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की उदासीनता पूर्ण रवैए के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के रैपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य अंतर्गत ग्राम बिलपुरा का है,जहां एंबुलेंस की सुविधा न मिल पाने के कारण दो नवजात शिशुओ की मौत हो गई , जिस पर परिजनों ने वीडियो जारी कर स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए है।रैपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत ग्राम बिलपुरा निवासी प्रसूता के परिजन उदयपाल सेन जानकारी देते हुए बताया गया कि सोमवार शाम 6:30 बजे 108 एंबुलेंस के लिए फोन लगाया और बताया कि मेरी भाभी जिनका नाम प्रभादेवी पति राम सजीवन सेन उम्र 29 वर्ष है,जिन्हें डिलीवरी हेतु अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की जरूरत है । तीन बार फोन लगाया गया परंतु एक घंटा बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई। इसके साथ ही एंबुलेंस वाले ने कहा कि एंबुलेंस दूर होने से नही आ सकती जिसके कारण दो नवजात शिशुओ का गर्भपात होने के बाद वह मृत हो गए।  इस मामले पर सीएमएचओ व्ही एस उपाध्याय का कहना है कि इस मामले में कोई फोन कॉल सेंटर में नही आया । सीएमएचओ का बयान समझ से परे है । आज के समय में हर गांव में एंबुलेंस की जानकारी है । आशा ऊषा कार्यकर्ता , महिला बाल विकास की कार्यकर्ता सभी की जिम्मेदारी तय की गई है कि सुरक्षित प्रसव हर हाल में हो लेकिन यह लापरवाही जानलेवा निकली
 

न्यूज़ सोर्स : Icn