गिरवर गांव ऐसा जो चौमासे की बारिश में मिडिल स्कूल के अक्सर नहीं खुलते ताले, बच्चों की होती है पढ़ाई प्रभावित 
indiacitynews.com 
(रायसेन से शिवलाल यादव की रिपोर्ट)
रायसेन। सांची विकास खंड के अंतर्गत आने वाले गिरवर गांव में चौमासे में बारिश होने के बाद अक्सर शासकीय मिडिल स्कूल में ताले लगे रहते हैं सड़क पर घुटनों पानी भर जाने से जहां शिक्षक शिक्षिकाएं स्कूल नहीं जा पाते।वहीं स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है यह नजारे बारिश में चौमासे भर आम नजर आते हैं।
बताया जाता है कि रायसेन जिला मुख्यालय से सिर्फ 11किमी दूर सांची रोड पर स्थित  गिरवर गांव के मिडिल स्कूल का रास्ता जो 300,से 400 मीटर का है।जिसमें बरसात के दिनो मे 2 से 3 फिट तक पानी भर जाता है। जिस कारण   स्कूल बंद रहता है। पढ़ने लिखने वाले बच्चे अपने घरों से स्कूल तक नहीं पहुंच पाते ।वहीं स्कूल की शिक्षक शिक्षाएं भी स्कूल में नहीं पहुंच पाती ।जिस कारण आए दिन स्कूल में ताले लटके रहते हैं।ग्रामीण बताते हैं यह कोई नई बात नहीं है।यह
समस्या आज से नहीं पिछले कई वर्षों कायम है।ग्रामीण निरंजन सिंह यादव युवा अमित यादव शिब्बू सिंह बघेल बताते हैं कि पुल निर्माण के नाम पर ग्राम पंचायत में आई रकम सरपंच सचिव मिलजुलकर हड़प गए।


इतना ही नहीं शासन और प्रशासन के जिम्मेदार आला अधिकारियों का ध्यान इस तरफ नहीं गया ।जबकि गिरवर गांव के रवासियों ने इसकी शिकायत कई बार की।पंचायत गिरवर के सरपंच और सचिव इन हालातों के लिए जिम्मेदार हैं ।जो सब कुछ देखते हुए भी इन हालातों पर आंखें फेरे हुए हैं। जिला प्रशासन के अफसरों शिक्षा विभाग जिला शिक्षा केंद्र अधिकारियों को चाहिए कि जल्द ही  छात्र एवं छात्राओं के भविष्य को देखते हुए तुरंत इस रास्ते को सही करवाना चाहिए।ताकि छात्रों की पढ़ाई पर विपरीत असर ना पड़े।


TK रैकवार का कहना है..…
आज मैंने सांची ब्लॉक के बीआरसी बीएएसी सहित जिम्मेदार अधिकारियों की बैठक बुलाई थी।जिसमें अधिकारियों शिक्षकों को हिदायत दी गई हरहाल में छात्र छात्राओं की पढाई प्रभावित नहीं हो।यदि गिरवर के मिडिल स्कूल में ताले लटके की शिकायतें मिली तो उनका वेतन काटा जाएगा।

न्यूज़ सोर्स : Icn