तमिलनाडु के अरियालुर जिले में बीते सोमवार को पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में जान गंवाने वालों की संख्या 11 हो गई है। वहीं, इस हादसे में 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दरअसल, मंगलवार को इलाज के दौरान 80 फीसदी जली हालत में तंजावुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराई गई 21 वर्षीय मुरुगानंदम की भी मौत हो गई। इस हादसे में अब तक तीन महिलाओं की मौत हो चुकी है।

पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान पी. सीनू (24), डी. पन्नीरसेल्वम (55), एस.रवि (45), आर. शिवकामी (45), के. रासथी (43) और एस. वेन्निला (38), के. अराविलगन (57), यू. शिवकुमार (50) और वी. आनंदराज (54) के रूप में हुई है।

हालांकि, मृतकों में एक पुरुष शामिल है, जिसके शव की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। बता दें कि जिस फैक्ट्री और गोदाम में सोमवार को यह घटना घटी वह वेत्रियुर मदुरा विरागुलर गांव में स्थित है।

फैक्ट्री के मालिक राजेंद्रन (65) और उनके दामाद अरुण कुमार (39) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि आगामी दीपावली के मद्देनजर, राजेंद्रन ने 30 और श्रमिकों को नियुक्त किया था, जो पटाखों की मांग को पूरा करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे थे। इसी ओवरटाइम के दौरान यह हादसा हुआ था।

इस भीषण विस्फोट में ग्यारह की मृत्यु हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मृतकों के परिजनों को 3 लाख रुपये और विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।