भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर ग्वालियर सेंट्रल जेल से 22 कैदियों को आज यानी 14 अप्रैल को रिहा किया गया। सेंट्रल जेल के कैदियों को जब जेल से आजादी मिली तो उनके चेहरे पर खुशी देखने को मिली।बता दें कि जेल प्रबंधन द्वारा यहां रिहा किए गए सभी कैदियों को उपहार तो भेंट किए ही गए, साथ ही जेल में उनके द्वारा किए गए श्रम का मेहनताना भी दिया गया।

प्रदेश सरकार की विशेष पहल पर अब साल में चार बार जेल से कैदियों को रिहा किया जाता है। इसमें अच्छे चाल-चलन वाले कैदियों को जेल से रिहाई मिली है। जेल से रिहा हुए शिवपुरी निवासी राजेश यादव 302 के अपराध में सजा काट रहे थे। उन्होंने कहा कि जेल से रिहाई के बाद नया जीवन मिला है। जेल में ज्यादा कोई परेशानी नहीं हुई और उन्होंने अलग-अलग काम भी सीखे हैं। लेकिन उन्होंने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अपराध न करे, जिससे जेल जाना पड़े।

वहीं अंचल के श्योपुर के रहने वाले फूलबदन के जीवन में भी अंबेडकर जयंती की सुबह आजादी की शोभा लेकर आई है। 302 के अपराध में केंद्रीय कारागार में बंद फूलबदन को अंबेडकर जयंती पर जब रिहाई दी गई तो उनके चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही थी। उन्होंने कहा, जेल में कोई खास परेशानी तो नहीं हुई। लेकिन रिहाई पाकर अच्छा लग रहा है।