बसंत ऋतु के पहले ही रायसेन जिले में आम के पेड़ में आये बौर से किसान खुश
(सतीश मैथिल की स्पेशल रिपोर्ट)
India city news.com
साल 2022 में सबसे पहले ग्राम खंडेरा में मां छोले बाली मैय्या के मंदिर के समीप बगीचा में में लगे आम के पेड़ों पर आया बौर बसंत ऋतु में आम की डालियों पर आयी मंजीरियों (बौर) ने वातावरण को मादक बना दिया है। गांव व सीवान में स्थित आम के बगीचों में बौर आने लगे हैं। इससे जहां आम के पेड़ निखरे दिख रहे हैं वही आसपास का वातावरण भी बेहद मनमोहक हो गया है।
ठंडी के बावजूद आम के पेड़ों पर बौर आने शुरु हो जाते हैं। गत वर्ष क्षेत्र के बाग बगीचों में आम की पैदावार अपेक्षाकृत कम हुई थी। इस बार आम के पेड़ों पर फली आने की बारी है ऐसे में बाग बगीचों के स्वामी काफी उत्साहित है। अभी से इसकी रखवाली के साथ ही कीट पतंगों से बचाव के लिए दवाओं की छिड़काव करते हुए बौर की सुरक्षा के लिए फल विशेषज्ञो से जानकारी ले रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अबकी दफा आम का अच्छा पैदावार होने की उम्मीद है। इससे बाजार से ग्रामीणों को ऊंचे दाम पर आम खरीदने की मुश्किल जहां कम होगी वही बाग-बगीचा के स्वामियों को अच्छी आमदनी भी होगी।
देखा जाय तो आम्रपाली, दशहरा, लगंड़ा सहित अन्य प्रजातियों के आम के बौर गांव-गिरांव के बगीचों में दमदार उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद मंजरी (बौर)में लगने वाले कीट पंतगों से भी हद तक छुटकारा मिल गया है। कृषि प्राविधिक सहायक घनश्याम सिंह कहते हैं कि हाल में हुई बारिश आम के मंजरी के लिए लाभदायक सिद्ध हुए हैं। मंजरी में फल लगने के बाद सल्फर का छिड़काव कराने से उत्पाद बेहतर होना तय है

न्यूज़ सोर्स : Satish