ठेकेदार ने कहा बिना कमीशन के काम नहीं होता, लेखाधिकारियों के खिलाफ कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
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रायसेन।घर-घर नल लगाकर जल पहुंचाने के प्रति सरकार की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन में अधिकारियों की मनमानी और रिश्वतखोरी की बात सामने आने लगी है। मिशन में काम कर रहे ठेकेदारों के बिल पास करने और उनसे मनमाने काम करवाने के लिए खुलेआम घूसखोरी की मांग करने की बात सामने आई है। रायसेन पीएचई के ठेकेदारों ने संभागीय लेखा अधिकारी हंसराज मीणा के विरुद्ध एकजुट होकर कलेक्टर अरविंद दुबे बको ज्ञापन सौंपा है। जिसमें तमाम तरह के आरोप लगाए गए हैं। मिशन के तहत बैठकों और उनमें दिए गए निर्देशों को बताते हुए ठेकेदारों ने कहा है कि संभागीय लेखा अधिकारी उनके काम में अड़ंगा डाल रहे हैं। हर काम का मनमाना मोटा कमीशन मांग रहे हैं। ठेकेदारों का कहना है कि इस स्थिति में वे धर्म संकट में फंस गए हैं जिले के अधिकारियों की बात माने या लेखा अधिकारी की।
ठेकेदारों ने बताया है कि 2 माह पहले हुए टेंडर संभागीय अधिकारी अपने पास रखे हुए हैं। उन टेंडरों को पास कराने के लिए पैसे की मांग की जा रही है।इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में योजना के अनुसार काम नहीं हो पा रहा है। पैसे नहीं देने पर छोटे-छोटे कारण बताकर टेंडर निरस्त किए जा रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा दिए गए समय में योजना का लक्ष्य पूर्ण नहीं हो पाएगा। ठेकेदारों ने यह आरोप भी लगाए कि संभागीय लेखा अधिकारी ठेकेदारों और विभाग के अधिकारी कर्मचारियों से भी अपशब्दों का उपयोग करते हैं।
कार्यपालन यंत्री ने लिखा पत्र...
संभागीय लेखा अधिकारी की कार्यप्रणाली एवं व्यवहार को लेकर जिले की कार्यपालन यंत्री श्वेता औचट ने भी 28 मार्च को विभाग के अधीक्षण यंत्री को पत्र लिखा था। जिसमें कहा गया था कि लेखा अधिकारी हंसराज मीणा की कार्यशैली, कार्यप्रणाली एवं व्यवहार ठीक ना होने के कारण कार्यालय के कर्मचारी और ठेकेदार बअसंतुष्ट हैं। शासन की योजनाओं में हो रहे कार्य अथवा भविष्य में होने वाले कार्य की प्रगति में निर्धारित समय सीमा में गति लाना संभव नहीं लग रहा है। उन्होंने अधीक्षण यंत्री से उचित निराकरण कर कार्य प्रगति में गति लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की थी।

न्यूज़ सोर्स : Icn