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ज्योतिषों का मानना है कि जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन या अस्त होता है तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। सभी नवग्रह समय- समय पर अस्त और राशि परिवर्तन भी करते रहते हैं। कर्मफल दाता शनि देव अस्त होने जा रहे हैं। ज्योतिष के मुताबिक शनि महाराज 18 जनवरी 2022 को सुबह 04 बजकर 18 मिनट पर अस्त हुए थे और फिर 22 फरवरी 2022 को रात 10 बजकर 50 मिनट पर अपनी सामान्य अवस्था में बापिस आ जाएंगे। यह स्थिति जातकों को कार्यक्षेत्र पर अशांति और कम संतुष्टि देने के योग बनाएगी। साथ ही इस समय जातक अपनी स्थिरता में भी कमी महसूस करेंगे। इन जातकों द्वारा की जा रही कड़ी मेहनत के लिए उन्हें अपने कार्य क्षेत्र में भी उचित पहचान नहीं प्राप्त होगी। हालांकि 22 फरवरी 2022 को जब शनि सामान्य स्थिति में आ जाएंगे तब जातकों को अपने कार्यक्षेत्र पर सही पहचान पद प्रतिष्ठा आदि अर्जित करने में सफलता मिलेगी। शनि देव के अस्त होने का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ेगा लेकिन यह अवधि 4 राशि वालों के लिए थोड़ी कष्टकारी साबित हो सकती है। आइए जानते हैं ये 4 राशियां कौन सी हैं…
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि उनके पंचम और छठे भाव के स्वामी हैं और अब वे आपके पंचम भाव में अस्त हैं। ऐसे में शनि अस्त की ये स्थिति आपके कामकाज में रुकावटें डाल सकती हैं। कार्यक्षेत्र में किसी भी काम में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। अचानक से आपके खर्च में बढ़तरी हो सकती है, इसके अलावा स्वास्थ्य पर ध्यान दें। क्योंकि इस दौरान आपकी सेहत बिगड़ सकती है। गले, छाती, कमर और दांतों में दर्द की समस्या हो सकती है।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि उनके अष्टम व नवम भाव के स्वामी हैं और अब आपके अष्टम भाव में स्थित है। इसके परिणामस्वरूप आप अपने कार्यों को समय पर पूरा करने में असक्षम रहेंगे। कार्यों को पूरा करने में बहुत सारी बाधाओं और देरी का सामना करना पड़ सकता है। इसके चलते कई जातक अपनी नौकरी में भी संतुष्ट दिखाई नही देंगे। वहीं यदि आप व्यवसाय करते हैं तो आपको किसी अप्रत्याशित रूप से कोई बड़ी हानि होने की आशंका है।
कर्क राशि
इस राशि वालों की भी मुश्किलें बढ़ने के आसार रहेंगे। इसलिए नौकरीपेशा जातकों को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यस्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त करने में आप असफल रहेंगे। सेहत को लेकर परेशानी हो सकती है। साथ ही कार्यस्थल में आपकी इमेज खराब होने का खतरा रहेगा। कर्क राशि पर चंद्र देव का आधिपत्य है और वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव और चंद्र देव में शत्रुता का भाव है।
मेष
 मेष राशि के जातकों के लिए शनि उनके दशम व एकादश भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी राशि के दशम भाव में अस्त है। इसके परिणामस्वरूप काम में मन नहीं लगेगा और कार्यक्षेत्र पर काम का दबाव सामान्य से अधिक भी हो सकता है। कुछ मानसिक तनाव संभव होगा और आपको अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने में कई बाधाओं का सामना भी करना पड़ सकता है। यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो आपको धन हानि संभव है और साथ ही मौजूदा कारोबार में निवेश करने से भी अभी बचना ही आपके लिए बेहतर रहेगा।

न्यूज़ सोर्स : Astro