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सांचेत 14 अप्रैल को है गुरु प्रदोष व्रत, सुबह मंदिर सगोनिया के पुजारी पंडित राम कुमार शास्त्री बताते हैं कि मनोकामना पूर्ति के लिए इस विधि से करें शिव पूजा चैत्र माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 अप्रैल दिन गुरुवार को है, इसलिए यह गुरु प्रदोष व्रत है. गुरु प्रदोष व्रत के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा की जाती है पंडित शास्त्री बताते हैं कि  गुरु प्रदोष व्रत एवं पूजा विधि के बारे में.
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 अप्रैल दिन गुरुवार को है, इसलिए यह गुरु प्रदोष व्रत है. गुरु प्रदोष व्रत के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा की जाती है. भगवान भोलेनाथ के प्रसन्न होने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. धन, धान्य, सुख, समृद्धि के साथ उत्तम स्वास्थ्य भी प्राप्त होता है. इस दिन तो लोग सुबह से ही पूजा करते हैं, लेकिन प्रदोष काल में पूजा करना अत्यधिक फलदायी माना जाता है
गुरु प्रदोष व्रत एवं पूजा विधि के बारे में.
गुरु प्रदोष व्रत एवं पूजा मुहूर्त
चैत्र शुक्ल त्रयोदशी तिथि की शुरुआत: 14 अप्रैल, गुरुवार, सुबह 04:49 बजे सेचैत्र शुक्ल त्रयोदशी तिथि समाप्त: 15 अप्रैल, शुक्रवार, सुबह 03:55 बजे प्रदोष पूजा मुहूर्त: 14 अप्रैल, शाम 06:46 बजे से रात 09:00 बजे तक

गुरु प्रदोष व्रत एवं पूजा विधि
1. 14 अप्रैल को प्रात: स्नान आदि से निवृत होकर साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद व्रत एवं पूजा का संकल्प करें.

2. घर पर भगवान शिव की दैनिक पूजा करें. फिर शाम के शुभ मुहूर्त में किसी शिव मंदिर में या घर पर ही भगवान ​भोलेनाथ की विधिपूर्वक पूजा करें.

3. ​शिवलिंग को गंगा जल और गाय के दूध से स्नान कराएं. उसके बाद सफेद चंदन का लेप लगाएं.

4. अब अक्षत्, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी का पत्ता, सफेद फूल, शहद, भस्म, शक्कर आदि अर्पित करें. इस दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते रहें.


5. इसके पश्चात शिव चालीसा, गुरु प्रदोष व्रत कथा का पाठ करें. फिर घी का दीपक जलाएं और शिव जी की आरती करें. पूजा का समापन क्षमा प्रार्थना से करते हुए अपनी मनोकामना व्यक्त कर दें.

6. शाम की पूजा के बाद कुछ अनाज, वस्त्र, रुपये, फल आदि का दान किसी गरीब या ब्राह्मण को कर दें. अब रात्रि के समय में भगवान शिव का जागरण करें.

7. अगले दिन सुबह स्नान आदि के बाद फिर शिव जी की पूजा करें. फिर सूर्योदय के बाद पारण करके व्रत को पूर्ण करें. इस प्रकार से प्रदोष व्रत एवं पूजा करें. भगवान ​शिव शंकर की कृपा से आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी

न्यूज़ सोर्स : Icn