साबधान कहीं आप नकली घी ओर बच्चे नकली कुरकुरे इस्तेमाल तो नही कर रहे ?
India city news.com
रायसेन जिले में नकली डीजल बनाने के साथ नकली खाद्य पदार्थों बनाने का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। इसका खुलासा प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई में हुआ। जब गोहरगंज एसडीएम आदित्य शर्मा के नेतृत्व में प्रशासन और खाद्य विभाग के संयुक्त दल ने मंडीदीप स्थित कंपनियों में पहुंचकर जांच पड़ताल की। गुरुवार को नकली डीजल बनाने में प्रयुक्त लगभग 18 हजार लीटर सामग्री जब्त की गई थी। जबकि शुक्रवार को घी बनाने वाली एक कंपनी तथा बच्चों के लिए कुरकुरे की तरह खाद्य पदार्थ बनाने वाली एक फैक्टरी पर छापामार कार्रवाई की गई। यहां भी बड़ी मात्रा में नकली खाद्य सामग्री जब्त की गई।
शुक्रवार को प्रशासन और खाद्य विभाग के संयुक्त दल ने नेशनल इंडस्ट्रीज पहुंचकर जांच पड़ताल की। जिसमें 4729 लीटर घी जब्त किया, जिसकी कोई टेस्टिंग रिपोर्ट कंपनी के पास नहीं थी। साथ ही चार हजार किलो पाश्चुरीकृत बटर भी यहां से जब्त किया गया। जिसकी टेस्टिंग रिपोर्ट नहीं होने के साथ एक्सपायरी, निर्माण की कोई तारीख नहीं थी। बटर कहां से खरीदा गया, इसका भी कोई रिकॉर्ड उक्त कंपनी के पास नहीं था। जानकारी के अनुसार इस कंपनी ने 13 दिसंबर 2021 के बाद से घी की कोई टेस्टिंग नहीं कराई है। जबकि इस दौरान दो बेच घी बेचा जा चुका है, तीसरा बेच बेचने के लिए तैयार था। जब्त की गई सामग्री की कीमत 19 लाख 59 हजार से अधिक आंकी गई। इसी तरह दल ने रॉयल फूड कंपनी पहुंचकर जांच पड़ताल की तो वहां बच्चों के लिए कुरकुरे की तरह ही फ्राइड फूड का बड़ा जखीरा मिला। जिस पर निर्माण और एक्सपायरी डेट नहीं थी। साथ ही जिस पदार्थ से इसका निर्माण किया जा रहा है, एस पर कोई डेट अंकित नहीं पाई गई। इससे स्पष्ट है कि ऐेसे खाद्य पदार्थ स्वास्थ के लिए हानिकारक हैं। अधिकारियों ने यहां से 03 लाख 72 हजार कीमत का बड़ी मात्रा में खाद्य पदार्थ, 3600 किलो मसाला आदि जब्त किया है।
गुरुवार को प्रशासन और खाद्य विभाग के दल ने सफेद केरोसिन में एलडीओ मिलाकर नकली डीजल बनाने वाली एक फैक्टरी को पकड़ा था। जहां से बायो डीजल के नाम से नकली डीजल शहर के कारखानों सहित ट्रांस्पोटरों को सस्ते दामों पर सप्लाई किया जाता था। दल ने मौके से 16 हजार लीटर एलडीयो, 2200 लीटर सफेद केरोसिन सहित दो टैंकर, सीसीटीवी कैमरे की डीबीआर जप्त किए थे। उक्त फैक्टरी वार्ड 13 स्थित औद्योगिक क्षेत्र के पीछे की तरफ खेत मे बने एक टीन शेड में चल रही थी। दल को मौके पर आदेशी ओवरसीज नाम की कंपनी का बोर्ड लगा मिला। जो कि लता किरण नंदा के नाम से रजिस्टर्ड है। कार्यवाही के दौरान टीम को पता चला कि नकली डीजल बनाने का पूरा खेल संजय नंदा और भोपाल के राजा खान द्वारा संचालित किया जा रहा है।
जांच के बाद कार्रवाई करेगी पुलिस
नकली डीजल तैयार कर क्षेत्र में खपाने के मामले में पुलिस ने मौके से सीसीटीवी कैमरे की डीबीआर जप्त की है, इसकी जांच के बाद आरोपियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा। इस संबंध एसडीओपी मलकीत सिंह ने बताया कि अभी कार्यवाही फूड्स विभाग द्वारा की गई है, लेकिन इसमें जांच बाद आपराधिक कार्यवाही भी की जाएगी।दित्य शर्मा, एसडीएम गौहरगंज ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर मंडीदीप के वार्ड 13 में गुरुवार को नकली डीजल बनाने का एक प्लांट पकड़ा था। जबकि शुक्रवार को नेशनल इंडस्ट्रीज तथा रॉयल फूड पर जांच पड़ताल की। जहां बड़ी मात्रा में ऐसे खाद्य पदार्थ मिले जिनका कोई रिकॉर्ड, जांच रिपोर्ट, निर्माण तथा एक्सपायरी डेट नहीं हैं। जिससे यह पदार्थ स्वास्थ के लिए हानिकारक हैं। जो जब्त किए गए हैं। आगे की कार्रवाई जारी है।