प्रभु श्री राम का अपने गुरुजनों के प्रति निष्ठा का भाव श्रेष्ठ और अनुकरणीय है- राजेंद्र शास्त्री
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उदयपुरा- रायसेन श्री रामचरितमानस विद्यापीठ द्वारा संचालित सत्संग, सेवा, सुमिरन, मानस यात्रा, के ग्राम निवाड़ी पहुंचने पर आयोजक बलदेव सिंह पूर्व कृषि अधिकारी, सहित ग्राम वासियों द्वारा पुष्प माला पहनकर विद्वानों का स्वागत किया, प्राचीनतम राम जानकी मंदिर पर सत्संग सभा आयोजित की गई ,जिसमें धर्माधिकारी राजेंद्र शास्त्री द्वारा मानस के राम राज्याभिषेक कथा को विस्तार पूर्वक वर्णित करते हुए, श्री राम के अपने गुरु वशिष्ट के प्रति श्रद्धा एवं पूजनीय भाव का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम ने रावण विजय का श्रेय अपने गुरु वशिष्ठ को दिया,
श्री राम का यह गुण हम सबके लिए अनुकरणीय है, कथा प्रसंग में रामनरेश शास्त्री, नर्मदा प्रसाद रामायणी, सचिन कृष्ण शास्त्री, सुदामा प्रसाद शास्त्री, एवं देवव्रत राजोरिया ने बड़े रोचक एवं सरस व्याख्यान प्रस्तुत किये, गोविंद गोदानी द्वारा प्रस्तुत भजन ने सभी को भाव विभोर किया, मानस यात्रा संयोजक चतुर नारायण अधिवक्ता, ने आगामी कार्यक्रम 3 सितंबर रविवार को छीन धाम में होने की घोषणा की मानस ग्रंथ की मंगल आरती में कमलेश पटेल ,खुमान सिंह, हरि गोविंद सिंह चौहान ,प्रेम शंकर चंदेल, तोरण सिंह बिट्टू भैया, राजकिशोर कौरव ,जनपद प्रतिनिधि रामनाथ सिंह, संतोष उपाध्याय, इंद्र कुमार महर महाराज सिंह लोधी, मुकेश पाठक, भगवान सिंह पूर्व सरपंच, संदीप रघु, धर्मेंद्र सिंह, रामू रघुवंशी, आधार सिंह खोजर, लक्ष्मी नारायण धाकड, जीवन सिंह धाकड़, शोभाराम विश्वकर्मा, रोहित धाकड़, मनीष मेहरा ,हनुमत कुशवाहा, सूरत सिंह मेहरा, मथुरा सेन, सहित बड़ी संख्या में श्रोताओं ने भाग लिया!