वनों की सुरक्षा सभी की सामाजिक जिम्मेदारी है- स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने वन विभाग द्वारा रायसेन जिले के ग्राम अगरिया चौपड़ा में आयोजित स्थानीय समुदायों द्वारा वन प्रबंधन से प्राप्त लाभ का वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने की है। ग्राम अगरिया से वन विभाग द्वारा यह पहल की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने ग्राम वन समिति अगरिया चौपड़ा की स्वीकृत सूक्ष्म प्रबंध योजना के क्रियान्वयन से वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्राप्त तीन लाख 65 हजार 492 रू की वनोपज, ग्राम वन समिति अगरिया चौपड़ा को प्रदान की।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि वृक्षों और वनों का महत्व किसी से छुपा नहीं है। वृक्षों से हमें जीवनदायी ऑक्सीजन प्राप्त होती है। वनों की सुरक्षा हम सभी की सामाजिक जिम्मेदारी और कर्तव्य है। सभी हर साल कम से कम एक वृक्ष जरूर लगाएं और उनकी देखभाल करें। सरकार द्वारा वन प्रबंधन का दायित्व स्थानीय समितियों को सौंपा गया है। साथ ही सरकार के निर्णय अनुसार स्थानीय समितियों द्वारा वन प्रबंधन से जो लाभ प्राप्त हो रहा है, वह स्थानीय समितियों को ही वितरित किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रत्येक क्षेत्र में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। चाहे अधोसंरचना की बात करें, स्वास्थ्य की बात करें, शिक्षा की बात करें। युवाओं, महिलाओं को रोजगार देने की बात करें। सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिनसे प्रदेश तेजी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में डीएफओ श्री अजय पाण्डेय ने कहा कि लगभग 20 वर्ष से वनों का संरक्षण और संवर्धन जनसहभागिता से किया जा रहा है। शासन के निर्देशानुसार वनों के प्रबंधन का दायित्व स्थानीय वन समितियों को सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि अगरिया चौपड़ा की स्थानीय समिति ने एक महीने में कार्ययोजना बनाई और जंगल की सफाई का कार्य किया। इससे प्राप्त 365492 रू मूल्य की इमारती लकड़ी समिति को निःशुल्क प्रदान की जा रही है। कार्यक्रम में वन विभाग की एसडीओ श्रीमती श्वेता सहित अन्य अधिकारी और ग्रामीण उपस्थित थे।

न्यूज़ सोर्स : Icn