होलिका दहन गुरुवार को होलिका दहन पर कुछ बातों का रखें विशेष ध्यान
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(सतीश मैथिल सांचेत)
सांचेत किन्हें नहीं देखनी चाहिए जलती हुई होलिका की अग्नि, पंडित अरुण कुमार शास्त्री ने बताया कारण और होलिका के कुछ खास उपाय होली का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन होता है, जिसे छोटी होली कहा जाता है बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है होली। जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन होता है, जिसे छोटी होली (होलिका दहन) कहा जाता है। हिंदू कैलेंडर के फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन का पर्व मनाय जाता है। वहीं, इसके अगले रंग वाली होली यानि धुलेंडी मनाई जाती है।
ऐसे में इस साल यानि 2022 में होलिका दहन गुरुवार, 17 मार्च 2022 को किया जाएगा। जबकि रंग वाली होली 18 मार्च 2022 को खेली जाएगी, तो वहीं कुछ लोग उदया तिथ के चलते 19 मार्च को धुलेंड़ी मनाएंगे। विभिन्न पर्वों की भांति ही होलिका दहन की पूजा करते समय भी कुछ निश्चित बातों का विशेष ख्याल रखना होता है। पंडित शास्त्री बताते हैं होलिका दहन की पूजा का मुहूर्त और इस दौरान रखें जाने वाली सावधानिया
होलिका दहन पूजन शुभ मुहूर्त
होलिका दहन गुरुवार, 17 मार्च 2022 को
होलिका दहन का मुहूर्त- 09:06 PM से 10:16 PM तक
होलिका दहन पूजन का कुल समय- 01 घंटा 10 मिनट
भद्रा पूंछ - 09:06 PM से 10:16 मिनट PM तक
भद्रा मुख - 10:16 PM से 12:13 PM मिनट को मार्च 18 तक
किन्हें नहीं देखनी चाहिए जलती हुई होलिका
मर घटिया महावीर मंदिर के महंत कन्हैया दास महाराज के अनुसार हिंदू मान्यताओं के अनुसार होलिका की जलती हुई अग्नि नवविवाहित स्त्रियों को नहीं देखनी चाहिए। इसके कारण यह है कि होलिका की अग्नि के संबंध में माना जाता है कि आप इस दौरान पुराने साल के शरीर को जला रहे हैं। होलिका की अग्नि को जलते हुए शरीर का प्रतीक माना जाता है, इसी कारण उन महिलाओं को जिनकी अभी कुछ समय पहले ही शादी हुई है यानि नवविवाहित कन्याओं और स्त्रियों को होलिका की जलती हुई अग्नि को देखने से बचना चाहिए।
ये चीजें होलिका में डालने के फायदे
धन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए इस दिन यानि होलिका दहन के दौरान आपको चंदन की लकड़ी इस अग्नि में डालनी चाहिए। इसके तहत चंदन की इस लकड़ी को दोनों हाथों से होलिका की अग्नि में डालकर उसे प्रणाम करें। मान्यता के अनुसार इससे धन संबंधी मुश्किलें दूर हो जाती हैं।
इसके अलावा विवाह में देरी या बाधा आ रही है, तो इस दिन बाजार से हवन सामग्री लाकर उसमें घी मिलाने के बाद अपने दोनों हाथों से होलिका की अग्नि में इसे डाल दें। मान्यता है कि ऐसा करने से विवाह में आने वाली दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
वहीं यदि नौकरी नहीं मिलने में समस्या आ रही हो या कारोबार में दिक्कतें पेश आ रहीं हो, तो इसके लिए एक मुट्ठी पीली सरसों लेकर इसे अपने सिर पर से 5 बार घुमा लें और होलिका की अग्नि में डालें। माना जाता है कि यह काफी शुभ साबित होगा।
इसके अलावा माना जाता है कि कुछ उपाय इस दिन किए जाने से व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त हो सकता है। माना जाता है कि इसके तहत इस दिन दाहिने हाथ में काले तिल के दाने लेकर मुट्ठी बनाने के पश्चात अपने सिर पर से 3 बार घुमाकर होलिका की अग्नि में डालने से आपको अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
यह भी मान्यता है कि जो लोग समय-समय पर बीमार रहते हैं, उन्हें इस दिन 11 हरी इलायची और कपूर को होलिका की अग्नि में डालना चाहिए, काफी शुभ होने के साथ ही बीमारी से मुक्ति दिलाती है।