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जैन धर्मावलंबियों के प्रथम तीर्थंकर श्री 1008 ऋषभदेव भगवान को 404 दिन बाद अक्षय तृतीया पर आहार प्राप्त हुए थे समाज के प्रचार प्रसार व्यवस्थापक राकेश जैन ने बताया कि जैन अनुयायियों के लिए अक्षय तृतीया का बहुत महत्व हे इस वर्ष 3 मई 2022 दिन मंगलवार को पढ़ने वाली अक्षय तृतीया पर रायसेन जैन समाज दो नए सामाजिक कार्य करने जा रहा है पहला कार्य रहेगा पशुओं के लिए जल पात्र की व्यवस्था करना इस हेतु जगह जगह सीमेंट के बने हुए जल पात्रों को रखा जाएगा जिस स्थान पर जल पात्र रखे जाएंगे वहां यह भी ध्यान रखा जाएगा कि उनमें पानी की नियमित व्यवस्था होती रहे इस संबंध में नागरिकों से चर्चा की गई है और वह जल दान देने के लिए सहर्ष तैयार हैं दूसरा कार्य होगा अस्पताल में जाकर मरीजों को फल वितरित करना जल पात्र के लिए 11 सो रुपए की सहयोग राशि देने वालों का नाम अंकित किया जाएगा कोई व्यक्ति अपने अपने स्वजन के जन्मदिवस वैवाहिक वर्षगांठ या स्मृति में यह सहयोग राशि देकर अपना नाम अंकित करा सकता है इसी प्रकार जैन समाज विगत महावीर जयंती पर वृद्ध आश्रम में फल और स्थान स्थान पर पक्षियों के लिए जल पात्र की व्यवस्था कर चुकी है और समस्त समाज ने सामाजिक कार्य का बीड़ा उठा लिया है आने वाले समय में कुछ योजनाएं जिन पर काम किया जाएगा जैसे गौशाला में ग्रास दान गरीब बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था करना नेत्रों के ऑपरेशन एवं उसी एक गरीब कन्या के विवाह जैसी योजनाओं पर भी काम करने के लिए विचार किया जा रहा है

न्यूज़ सोर्स : Icn