(सिलबानी से शिवकुमार रघुबंशी की रिपोर्ट )
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सिलवानी। साहू समाज की आराध्य देवी मां कर्मा देवी की जयंती सोमवार को हर्ष उल्लासपूर्ण मनाई गई है। सुबह साहू धर्मशाला में पूजन हवन किया गया। वही पूर्व विधायक देवेन्द्र पटेल द्वारा साहू समाज की आराध्य देवी मां कर्मा देवी की जयंती के अबसर पर माँ कर्मा की आरती की गई एवं दीप प्रज्वलित कर श्रद्धालुओं पर फूल बरसाकर स्वागत किया इसके पश्चात धर्मशाला से दा रॉयल पार्क गार्डन तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में समाज जनों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। महिलाएं कलश लेकर चल रही थी तो वहीं युवक डीजे की धुन पर थिरकते चल रहे थे। कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप खत्म होने के बाद धामिक जलसों, रैलियों से भी प्रतिबंध हट गया है। लिहाजा इस वर्ष साहू समाज द्वारा मां कर्मा देवी की विशाल शोभायात्रा निकाली गई। मां कर्मा देवी की पूजन-हवन के पश्चात मां कर्मा की खिचड़ी का भोग भगवान श्रीकृष्ण को लगाया गया। जगन्नाथपुरी में सबसे पहले मां कर्मा की खिचड़ी का ही भोग भगवान श्री कृष्ण को लगाया जाता है। कोरोना के कारण बीते दो सालों से आयोजन सांकेतिक रूप से हो रहा था। इस बार कोरोना कम होने से भव्य स्तर पर मां कर्मा जयंती मनाई गई।श्याम साहू ने मां कर्मा देवी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अतीत में उनकी पावन गाथा तथा उसने सम्बन्धित लोकगीत और कि ंवदतिया इस बात के प्रमाण है कि मां कर्मा देवी कोई काल्पनिक पात्र नहीं है। मां कर्मादेवी का जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी में चैत्र कृष्ण पक्ष के पाप मोचनी एकादशी संवत् 1073 सन् 1017ई0 को प्रसिद्ध व्यापारी राम साहू के घर में हुआ था। मां कर्मादेवी बाथरी वंश की थीं। श्री राम साहू की बेटी कर्मादेवी से साहू समाज का वंश और छोटी बेटी धर्माबाई से राठौर समाज का वंश चला आ रहा है। इसलिए साहू और राठौर दोनों तैलिकवंशीय समुदाय के वैश्य समाज है।

न्यूज़ सोर्स : Icn