श्रीमद्भागवत कथा का दूसरा दिन: गलती हो जाए तो प्रायश्चित जरूर करें:पंडित शिवराज कृष्ण शास्त्री
(साँचेत से सतीश मैथिल की रिपोर्ट)

Indiacitynews.com
कस्बा सांचेत में मां हिंगलाज दुर्गा मठ पर चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत के दूसरे दिन गुरुवार को कथावाचक पंडित शिवराज कृष्ण शास्त्री द्वारा कथा में कहा कि मनुष्य से गलती हो जाना बड़ी बात नहीं। लेकिन ऐसा होने पर समय रहते सुधार और प्रायश्चित जरूरी है। ऐसा नहीं हुआ तो गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है।
कथा व्यास ने पांडवों के जीवन में होने वाली श्रीकृष्ण की कृपा को बड़े ही सुंदर ढंग से दर्शाया। कहा कि परीक्षित कलियुग के प्रभाव के कारण ऋषि से श्रापित हो जाते हैं। उसी के पश्चाताप में वह शुकदेव जी के पास जाते हैं। भक्ति एक ऐसा उत्तम निवेश है, जो जीवन में परेशानियों का उत्तम समाधान देती है। साथ ही जीवन के बाद मोक्ष भी सुनिश्चित करती है।
कथा व्यास ने कहा कि द्वापर युग में धर्मराज युधिष्ठिर ने सूर्यदेव की उपासना कर अक्षयपात्र की प्राप्ति किया। हमारे पूर्वजों ने सदैव पृथ्वी का पूजन व रक्षण किया। इसके बदले प्रकृति ने मानव का रक्षण किया। भागवत के श्रोता के अंदर जिज्ञासा और श्रद्धा होनी चाहिए। परमात्मा दिखाई नहीं देता है वह हर किसी में बसता है।
इस अवसर पर सांचेत सरपंच देवकिशन शर्मा जनपद सदस्य कल्याण सिंह लोधी पंडित राजेंद्र शर्मा फौजी पंडित सुरेश शर्मा एवं सांचेत ग्रामवासी मौजूद रहे।

कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु
श्रद्धालुओं से बातचीत
श्रीमद्भागवत कथा जीवन के सत्य का ज्ञान कराने के साथ ही धर्म और अधर्म के बीच के फर्क को बताती है। कथा श्रवण से सूना जीवन धन्य हो जाता है। -सांचेत सरपंच देवकिशन शर्मा सांचेत
श्रीमद्भागवत कथा में जीवन का सार छिपा है। यह प्रेम और करुणा की महत्ता समझाती है। शास्त्री जी के मुख से कथा सुनने मात्र से ही कष्ट दूर हो गए। - हरिओम परिहार सांचेत
कस्बा सांचेत में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा हो रही है ये हमारे ग्राम का सौभाग्य है रायसेन तहसील का सबसे बड़ा कस्बा सांचेत में 6000 आबादी है इतने बड़े ग्राम में धार्मिक आयोजन होते रहने चाहिए
सुरेश शर्मा सांचेत
मेरे द्वारा 11 संगीतमय श्रीमद्भागवत करने का संकल्प लिया गया है और ठाकुर जी की कृपा से ओर ग्रामवासियों के सहयोग से ये मेरे द्वारा ये दूसरी कथा कराई जा रही है इससे पहले मेरे द्वारा ग्राम अंडीया में जनवरी माह में कथा कराई गई थी जिसमे ग्रामवासियों का भरपूर सहयोग मिला था और अब मेरे द्वारा सांचेत में दूसरी कथा कराई जा रही है और मुझे पूरा भरोसा है सांचेत से भी मुझे भरपूर सहयोग प्राप्त होगा ।
पंडित अरुण कुमार शास्त्री
कथा आयोजक सांचेत

न्यूज़ सोर्स : Satish