आंदोलन को लेकर राज्य कर्मचारी संघ में दो पक्ष आमने-सामने आए... 
indiacitynews.com 
भोपाल ।कुछ समय की खामोशी के बाद एक बार फिर राज्य कर्मचारी संघ में दो पक्षों के बीच अनबन की स्थिति सामने आई है। संगठन के नाम से हो रहे आंदोलन को लेकर दो पक्षों के प्रमुख नेताओं में तलवारें खिंची हुई है। एक पक्ष से महामंत्री हेमंत श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार में अधिकारी हमें बुलाकर समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर से अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि आंदोलन जरूरी है।
हेमंत श्रीवास्तव ने लिखित बयान जारी कर कहा कि मप्र राज्य कर्मचारी संघ संबद्ध राष्ट्रीय राज्य कर्मचारी महासंघ जो कि संभावना है। भारतीय मजदूर संघ का सहयोगी संगठन है। जिसके नाम का उपयोग करके कतिपय प्रदर्शन आंदोलन किया जा रहा है। उपरोक्त प्रदर्शन आंदोलन में मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी सम्मिलित नहीं है। मप्र राज्य कर्मचारी संघ के नाम का उपयोग कर प्रदर्शन के लिए कर्मचारियों का आव्हान किया है। उक्त आव्हान का राज्य कर्मचारी संघ खंडन करता है। जितेंद्र सिंह और राजकुमार चंदेल द्वारा मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ का अध्यक्ष एवं महामंत्री बताते हुए संगठन के नाम का उपयोग किया जा रहा है। जिसकी माननीय उच्च न्यायालय द्वारा रिट पिटिशन को खारिज कर दिया गया है। मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ

कर्मचारियों से अपील करता है की बहकावे में न आयें। उन्होंने कहा कि संघ के वर्तमान अध्यक्ष विश्वजीत सिंह सिसोदिया महामंत्री हेमंत श्रीवास्तव एवं कोषाध्यक्ष अनिल एडविन है। हेमंत श्रीवास्तव के अनुसार जहां तक उनके संगठन द्वारा आंदोलन करने की बात है तो लगातार मुख्यमंत्री से लेकर चीफ सेक्रेटरी और विभाग प्रमुख सचिवों से मुलाकात और संवाद हो रहा है। इसका फायदा भी प्रदेश में कर्मचारियों को मिल रहा है। आगे भी संगठन के प्रयासों से कर्मचारियों को कई सौगातें मिलने की

हेमंत का कहना है कि आंदोलन से ही समस्या समाधान का विकल्प नहीं निकलता है। चर्चा से भी अनेक रास्ते खुलते हैं। इधर दूसरे पक्ष से जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि उनका चरणबद्ध आंदोलन पहले से प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि राज्य कर्मचारी संघ प्रदेश के लाखों शासकीय सेवकों के हितों में हमेशा से संघर्ष करता आया है। जिन लोगों ने कभी आंदोलन किए ही नहीं, वे इस प्रकार की बातें को हवा दे रहे हैं। वरिष्ठ कर्मचारी नेता मुरारीलाल सोनी ने कहा कि कुछ कर्मचारी संगठन विपक्षी दलों के इशारे पर आंदोलन कर सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। 

न्यूज़ सोर्स : Source