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सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे शासकीय सेवक

सिलवानी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों के कल्याण के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाअें प्रारंभ की है। परंतु नौकरषाही के चलते आज भी कई गरीब इन योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे है। वही दूसरी ओर अपने प्रभाव और दबाब में कई शासकीय सेवक ही प्रधानमंत्री बीपीएल कार्डधारियों के लिए अन्नपूर्णा योजना का लाभ ले रही है।

ऐसा ही एक मामला एसडीएम कार्यालय में संलग्न तथाकथित स्टेनोग्राफर सुनीता मेहरा जो कि मूलतः प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ है और वह भी बीपीएल कार्डधारियों की विभिन्न योजनाओं का लाभ ले रही है। जानकारी के अनुसार सुनीता मेहरा की प्राथमिक शिक्षक के पद पर दिनांक 9 जुलाई 2013 को शासकीय प्राथमिक शाला जामनझिरी में पदस्थापना हुई थी। संविलियन के बाद इनकी पदस्था वर्ष 2019 में शासकीय प्राथमिक शाला आमापानी खुर्द में की गई है। और वह पिछले कई वर्षो से एसडीएम कार्यालय में अटैचमेंट कराये हुये है। एसडीएम संघमित्रा बौद्ध का कहना है कि सुनीता मेहरा को निर्वाचन कार्य के लिए कार्यालय में अटैच किया गया है। जबकि सुनीता एसडीएम के बाजू सीट अपनी नाम और पदनाम की पटिटका लगाकर एसडीएम कार्यालय के विभिन्न कार्यो का निष्पादित करती है। जानकारी के अनुसार सुनीता मेहरा निर्वाचन शाखा में कभी भी कोई कार्य नहीं करती है। वह तो एसडीएम की स्टेनोग्राफर के कार्य करती है। अपने प्रभाव और दबाब के चलते नगर की शासकीय राशन की दुकानों से राशन भी प्राप्त कर रही है।

 नगर परिषद के वार्ड 11 निवासी गौरीशंकर शाक्या की परिवार समग्र आईडी क्रमांक 30572094 है तथा इस परिवार आईडी में 6 सदस्य सम्मिलित है। परिवार आईडी में 5 नंबर पर सुनीता का नाम है जिसकी समग्र आईडी क्रमांक 183474826 है। शासन के नियमानुसार किसी भी व्यक्ति की जिस ग्राम में पदस्थापना की जाती है उसे वही निवास करना होता है। इसके बाद भी स्थापना काल से सुनीता मेहरा का नाम नगर के वार्ड 11 में अपने पिता के परिवार में सम्मिलित है। सुनीता मेहरा का वेतन ही प्रतिमाह 35 हजार रूप्ये से अधिक प्राप्त है फिर वह और उनका परिवार बीपीएल कार्ड धारक कैसे बना हुआ है। यह गंभीर मामला है। उनके इस कृत्य की जांच कर नियुक्ति के बाद से सरकार की योजनाओ से लिए गये लाभ की बसूलनी होना चाहिये। एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान राशन में घोटाला कएने वाले जेल जायेगे, वही दूसरी ओर एसडीएम कार्यालय की तथकथित स्टेनोग्राफर सुनीता मेहरा वर्ष 2013 से ही सरकारी राशन लेकर अपने पद का दुरूपयोग कर रही है। अब देखना यह है कि इन पर क्या कार्यवाही होती है।

सिलवानी तहसील के कई शासकीय कर्मचारी इस तरह की कई शासन योजनाओं का लाभ ले रहे है। सुनीता मेहरा तो सिर्फ एक बानगी है। जानकारी के अनुसार लगभग 50 से अधिक शासकीय कर्मचारी बीपीएल कार्ड परिवारों में सम्मिलित है और सरकार के गरीबों की हितों की योजनाओं का लाभ लेकर गरीबों का हक डकार रहे है। जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों को अपने कामों से ही फुर्सत नहीं है कि वह इस तरह के गड़बड़झाले की जांच कर सके।

इस संबंध में ब्लाक स्त्रोत समंवयक शैलेन्द्र यादव का कहना है कि शासकीय सेवक यदि बीपीएल योजनाओं का लाभ ले रही है तो इसकी जांच कर वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराया जावेगा। 

वही कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मयूरसिंह का कहना है पात्र अपात्र घोषित करना नगर परिषद का कार्य है। मुझे डाक्यूमेंट के आधार पर पर्ची जारी करना होता है। इस तरह की जांच करना नगर परिषद का कार्य है। 

इस संबंध में नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेन्द्र शर्मा का कहना है कि मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कर कार्यवाही की जावेगी।

न्यूज़ सोर्स : Icn