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रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील के ग्राम चिकलोद रेंज में नबाब की कोठी के पास फंसे भालू को वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने 8 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद निकालकर जंगल मे छोड़ा दिया गया।
तार में फंसे भालू के पास उसकी माँ भी उसके ही पास मौजूद थी। माँ अपने बेटे की सुरक्षा कर रही थी।
जैसे ही फेंसिंग में फंसे भालू को बेहोसी का इंजेक्शन लगाया गया और रेस्क्यू टीम ने चेकअप कर भालू की स्थिति को जान उसे छोड़ दिया तभी पीछे से दौड़ती हुई उसकी माँ आ गई। गुस्से में आई माँ को देख रेस्क्यू कर रही पूरी टीम ने मैदान छोड़कर भागने में ही भलाई समझी।
वन मंडल औबेदुल्लागंज की चिकलोद रेंज में भोपाल नबाब की कोठी के पास भालू के तार में फंसा होने की सूचना पर वन मंडल औबेदुल्लागंज की टीम मौके पर पहुची भालू को रेस्क्यू करने के लिए वन विहार भोपाल सहित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम से टीम को बुलाया गया । वन विभाग के डॉक्टरों द्वारा भालू को वेहोश कर भालू का रेस्क्यू किया। वन विभाग को भालू के रेस्क्यू करने में 8 घंटे से अधिक समय लगा ग्रामीणों ने बताया कि सुबह से तार की फेंसिंग में फसा था भालू।
बड़ी संख्या में ग्रामीण भालू को देखने पहुचे वन विभाग को करनी पड़ी काफी माशक्कत।
वन विभाग की टीम ने बागड़ में फंसे मादा भालू का रेस्क्यू केर प्राथमिक जांच के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया है।


न्यूज़ सोर्स : Forest