वरिष्ठता बहाली मंच मध्यप्रदेश ने 26 फरवरी को भोपाल में संगोष्ठी आयोजित कर शिवकुमार  चौबे को प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन दिया
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की 21 जनवरी मुख्यमंत्री निवास में की गई घोषणा अध्यापक शिक्षक संवर्ग को पुराने शिक्षक संवर्ग के समान सेवा शर्तों का निर्धारण कर समस्त लाभ दिए जायेंगे,अब सभी शासकीय शिक्षक होंगे,अब कोई भेदभाव नहीं होगा के विपरीत शिक्षा विभाग ने 1 जुलाई 2018 से अध्यापक शिक्षक संवर्ग की सेवा अवधि शून्य करते हुए ग्रेच्युटी सहित अनेक आर्थिक लाभ से वंचित कर दिया, जिसके लिए वरिष्ठता बहाली मंच मध्यप्रदेश ने  *प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि गणना करते हुए समस्त सेवा शर्तों का का निर्धारण कर वरिष्ठता की एक सुत्रीय मांग* को लेकर शिक्षक शिक्षा गुणवत्ता संगोष्ठी में मुख्य अतिथि कर्मचारियों के बीच सेतु का कार्य करने वाले शिवकुमार चौबे कैबिनेट मंत्री दर्जा को ज्ञापन सौंपकर चर्चा की और मुख्यमंत्री जी से प्रतिनिधि मंडल को मिलवाकर निराकरण का निवेदन किया, कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि महेन्द्र शर्मा अध्यक्ष लघुवेतन कर्मचारी संघ मप्र,श्री नीरज सक्सेना प्रदेशाध्यक्ष न्यायालयीय कर्मचारी संघ,सुधीर नायक मंत्रालय एवं मार्गदर्शन मुरारीलाल सोनी सेवानिवृत्त शिक्षक एवं कर्मचारी नेता की गरीमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। संगोष्ठी को आरिफ़ अंजूम, मनोहर दुबे, राजिक कुरैशी, महेंद्र पांडे, राजेश मिश्रा, सुश्री बबीता मिश्रा, प्रमोद सिंह पंवार, रामचरण वर्मा ने संबोधित किया, बालगोविंद द्विवेदी ने संचालन किया 
परसराम कापड़िया रतलाम ने जानकारी दी कि इस आयोजन में वरिष्ठता बहाली मंच की टीम में शामिल भगवान सिंह गुर्जर, राकेश पांडे, हीरानंद नरवरिया, अवनीश श्रीवास्तव,मनीष यादव,रामचंद्र दांगी, सुदामा प्रसाद शर्मा, जनार्दन खवसे, भोजराज पालीवाल, मुकेश कुशवाह,,संतोष सोलंकी, देवेन्द्र दूबे, मनमोहन जाटव भोजराज पालीवाल, राधेश्याम पुरविया, बद्रीलाल गामी, जगदीश गौर , दिनेश जायसवाल सहित मध्यप्रदेश में अनेक पदाधिकारियों सहित सैंकड़ों शिक्षकों से संगोष्ठी में भाग लिया।

न्यूज़ सोर्स : Icn