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स्कूल बच्चें से परेशान, स्कूल एक ही शिक्षक चला संस्था

सिलवानी। इन दिनों सिलवानी राजस्व विभाग में भर्राशाही का आलम है। अधिकारी को जो मन में आ रहा वो शासन के समस्त नियमों को ताक में रखकर वो कर रहा है। अधिकारी का जिस व्यक्ति से सिस्टम जम जाए वह मलाईदार पद पर जम जाता है।

      ऐसा ही एक मामला सिलवानी एसडीएम कार्यालय का प्रकाश में आया है। जहाँ एक प्राथमिक शिक्षक अपने आप को एसडीएम की स्टेनोग्राफर पट्टिका लगाकर अन्य अधिकारी कर्मचारियों पर अपना रॉब जमाती हुई नजर आती है। जानकारी के अनुसार एसडीएम कार्यालय में तथाकथित एसडीएम की स्टेनोग्राफर सुनीता मेहरा का मूल पद प्राथमिक शिक्षक है। और पूर्व में शासकीय प्राथमिक विद्यालय जामनझिरी में पदस्थ थी। और वह अपनी पहुँच से पहले एसडीएम कार्यालय में निर्वाचन कार्य में लिपकीय कार्य के लिये अटेचमेंट करा लिया। और अटेचमेंट के दौरान ही अपने प्रभाव से शासकीय प्राथमिक विद्यालय आमापानी खुर्द संकुल केन्द्र सियरमऊ में पदस्थापना करा ली। शासकीय प्राथमिक विद्यालय आमापानी खुर्द में दो शिक्षक पदस्थ है, और विद्यालय में 27 बच्चे है और वर्तमान में विद्यालय में एक ही शिक्षक है। शासकीय कार्य से विकासखण्ड या बैंक जाने पर विद्यालय को बन्द करना पड़ता है। 

प्राथमिक शिक्षक कैसे बनी एसडीएम की स्टेनोग्राफर

शासन के नियमों के अनुसार एक विभाग से दूसरे विभाग में प्रतिनियुक्ति पर जाने पर उस समय के लिए ही पद परिवर्तन होता है। हैरत की बात तो यह है कि एसडीएम की सीट के बाजू में सुनीता मेहरा एसडीएम स्टेनोग्राफर की पट्टिका लगी हुई है जो कि मध्यप्रदेश शासन के नियमो का खुला उल्लंघन है। आयुक्त लोक शिक्षण संचानालय ने सभी शैक्षणिक कार्य करने वाले कर्मचारियों के अटेचमेंट समाप्त कर सिर्फ शैक्षणिक कार्य ही करने के स्पष्ट आदेश जारी किए गए है। इसके बाबजूद भी इन महोदया पर किसी भी अधिकारी कर्मचारी की कार्यवाही करने की हिम्मत नही हुई। और अपने पद का प्रभाव और रोब के चलते हुये एसडीएम की स्टेनोग्राफर बनी हुई। और शासन के किस आदेश से सुनीता मेहरा प्राथमिक शिक्षक को एसडीएम स्टेनोग्राफर की नियुक्ति हुई है ? इसका जबाब किसी के पास नहीं है। स्टेनोग्राफर बनने के लिए शीघ्र मुद्रलेखन एवं टाईपिंग की पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना होती है। 

शासकीय प्राथमिक विद्यालय आमापानी खुर्द के बच्चों एवं पालकों ने बताया कि स्कूल में एक ही शिक्षक आते है। वह विकासखंड में मीटिंग, मध्यांह भोजन, छात्र मेपिंग, निर्वाचन मतदाता सूची कार्य, टीकाकरण, छात्रवृत्ति, बैंक से राशि आहरण आदि कार्य में लगे रहने से नियमित रूप से स्कूल नहीं लग पाता है। वही एक ही कमरें में पांचों कक्षाओं को एक साथ पढ़ाने के लिए मजबूर है। संस्था की एक शिक्षिका को एसडीएम कार्यालय में अटेचमेंट किया हुआ है। इसकी पूर्व में जिले के वरिष्ठ अधिकारियो एवं 181 पर शिकायत की गई थी तो अटेचमेंट समाप्त कर स्कूल भेजा गया था। लेकिन कुछ दिन बाद वह शिक्षिका पुनः एसडीएम कार्यालय में अटेचमेंट करा लिया और बच्चे परेशान है।

    सुनीता मेहरा की नियुक्ति 9 जुलाई 2013 में प्राथमिक शिक्षक के पद पर शासकीय प्राथमिक शाला जामनझिरी में हुई थी। शासकीय प्राथमिक विद्यालय आमापानी खुर्द में 24 अगस्त 2019 को पदस्थापना हुई थी। और लगातार ही एसडीएम कार्यालय में अटेचमेंट बनी हुई है। 

न्यूज़ सोर्स : Icn