रायसेन शिव मंदिर के ताले खुलवाने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एडिशनल कलेक्टर को सौंपा
(सत्येंद्र जोशी)
शिव मंदिर के कपाट नहीं खुले तो जन समुदाय के साथ आंदोलन करेगी कांग्रेस पार्टी
रायसेन। किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के कपाट खुलवाने के लिए आज ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के नेतृत्व में 1 दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एडिशनल कलेक्टर को सौंपा है।
इसमें कहा गया है कि दुर्ग स्थित सोमेश्वर धाम शिव मंदिर के कपाट खोलने के लिए हिंदू समाज को प्रति दिन पूजा-पाठ की अनुमति प्रदान की जाए। इसके लिए कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने कथा स्थल से भी लोगों से पहल की है। इसका कांग्रेस परिवार समर्थन करती है। ज्ञापन में कहा है कि रायसेन दुर्ग पर सोमेश्वर धाम भगवान शिव का मंदिर है। इस धाम का उल्लेख रघुवंश में कालिदास जी ने किया है। यह सन 1974 में शिव मंदिर के कपाट खोलने के लिए हिंदू समाज ने बहुत बड़ा आंदोलन किया था। आंदोलन का परिणाम यह रहा कि 1974 में शिवरात्रि पर्व पर भोपाल आयुक्त ने दुर्ग पर एक आदिवासी मेला आयोजित करने की अनुमति दी। तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्रकाश चंद्र सेठी एवं केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरविंद नेताम ने शिव मंदिर के कपाट खुलवाए थे। यह की प्रतिवर्ष शुभ रात्रि पर्व पर 1 दिन के लिए शिव मंदिर के कपाट खुलते हैं। और लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं। यह की रायसेन में कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी ने कैद में स्थापित शिव मंदिर के कपाट खोलने पूजा पाठ की अनुमति के लिए सरकार से मांग की है। हम इसका समर्थन करते हैं। ज्ञापन में यह भी कहा है कि रायसेन जिले के बमोरी थाने के अंदर भी प्राचीन शिवलिंग है। इस मंदिर के कपाट भी खोले जाएं यदि हिंदू समाज की आस्था के केंद्र भगवान शिव मंदिर के कपाट खोलने एवं पूजा अर्चना की अनुमति नहीं दी गई तो कांग्रेस परिवार जन सहयोग से आंदोलन करेगा। संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन एवं सरकार की होगी। शिव मंदिर के कपाट प्रतिदिन खोले जाएं एवं हिंदू समाज को पूजा अर्चना की अनुमति दी जाए।