रत्न से संवारें भाग्य
हमारे जीवन में रत्न अहम भूमिका निभाते हैं। जीवन में आने वाली कई अड़चने इनसे दूर होती हैं पर इन्हें पहनते समय योग्य जानकारों से सलाह लेनी चाहिये क्योंकि कई बार इसका विपरीत प्रभाव भी पड़ता है। पन्ना बुध ग्रह का रत्न होता है। इसका रंग हल्का से गहरा हरा हो सकता है। इस बात को लगभग सभी जानते हैं कि बुध ग्रह वाणी, युवा, व्यापार, हाजमा आदि का कारक होता है और बुध ग्रह की दो राशियाँ होती है मिथुन और कन्या।
जिन लोगो की कुंडली में मिथुन राशि तृतीय भाव में होती है एंव कन्या छंठे भाव में पड़ी होती है। पन्ना उनके लिए बहुत ही प्रभावकारी रत्न सिद्द होता है। पन्ना मुख्य रूप से पांच रंगों में पाया जाता है तोते के पंख के रंग का, पानी के रंग सा, सरेस के फूल के रंग सा, मोर पंख जैसा और इसके इलावा हल्का संदुल फूल के जैसा।
पन्ना बहुत ही नर्म रत्न होता है लेकिन इसकी कीमत बहुत अधिक होती है। आइये जानते है पन्ना पहनने के फायदे के बारे में।
स्मरण शक्ति होती है बेहतर
पन्ना रत्न बुध से संबंधित होता है और जो बुध ग्रह होता है वो स्मरण शक्ति पर बहुत ही अच्छा प्रभाव डालता है। इसलिए जिन लोगों की स्मरण शक्ति कमजोर होती है। उन्हें अवश्य ही पन्ना रत्न धारण करना चाहिए क्योंकि इससे उनको बहुत फायदा प्राप्त होता है।
व्यापार में लाभ
जो लोग किसी प्रकार का व्यापार करते हैं। उनके लिए पन्ना रत्न बहुत ही लाभकारी होता है क्योंकि इससे उन्हें व्यापार में फायदा प्राप्त होता है।
पढ़ाई में लगता है मन
पन्ना रत्न बच्चों के लिए भी लाभकारी होता है, इसलिएजिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता या फिर वो जो पढ़ते हैं उसे शीघ्र ही भूल जाते हैं। उनको चांदी के लाकेट में पन्ने को बनवाकर गले में धारण करवाना चाहिए। इससे उनका पढ़ाई में मन लगेगा और उन्हें पढ़ा हुआ भी लंबे समय तक याद रहेगा। इससे बच्चों की बुद्दि भी तेज हो जाती है।
रोगियों के लिए
रोग से ग्रस्त लोगों के लिए पन्ना बलवर्धक, आरोग्यदायक और सुख प्रदान करने वाला होता है।
अन्न धन के लिए
जिस घर में पन्ना होता है वहां अन्न धन की वृद्धि, सुयोग्य सन्तान और भुत प्रेत की बाधा शांत होती है साथ ही उस घर में सांप भी नहीं आता।
नेत्र रोग में लाभकारी
नेत्र रोग के लिए पन्ना बहुत ही लाभकारी होता है। इस रत्न को पांच मिनट सुबह सुबह एक गिलास पानी में घुमाएं और फिर उस पानी को अपनी आँखों पर छिडक लें। इससे आपकी आँखों को लाभ प्राप्त होगा।
हाजमा खराब होने पर
जिन लोगों का हाजमा अक्सर खराब रहता है उन्हें पन्ने जरुर धारण करना चाहिए क्योंकि इससे उनका हाजमा सही रहता है।
गर्भवती महिलाओं को
जो महिलाएं गर्भवती होती है उन महिलाओं को पन्ना धारण करने से लाभ प्राप्त होता है।
दमा से पीड़ित लोगों को
जो लोग दमा से पीड़ित होते हैं। उन्हें पन्ना रत्न चांदी की अंगूठी में बनवाकर कनिष्ठका अंगुली में धारण करनी चाहिए। इससे उनके दमा रोग में कमी आने लगती है।
पौरुष शक्ति में वृद्धि
जब पुरुष पन्ना को धारण करते हैं तो उनकी पौरुष शक्ति में वृद्धि होती है साथ ही उनका स्वास्थ्य उत्तम होता है।
पन्ना धारण करने की विधि
पन्ना धारण करने के लिए मंगलवार के दिन प्रात: काल स्नान करके पन्ने को गंगाजल में दूध मिलाकर डाल दें और फिर दुसरे दिन बुधवार को स्नान करके ॐ बु बुधाय नम: की कम से कम एक माला का जाप करने के बाद पन्ने को कनिष्ठका उंगुली में धारण करें। सूर्यदय से लेकर सुबह 10 बजे तक आप इसे धारण कर सकते हैं।