सिनेमा में एक सही फिल्म कलाकार के लिए वे मौके बना देती है, जो शायद 10 फिल्में मिलकर न बना पाएं। परिणीति चोपड़ा के लिए वह फिल्म ‘अमर सिंह चमकीला’ रही। फिल्म में उनके अभिनय की सराहना की गई और अब उन्हें उन निर्देशकों के फोन आ रहे हैं, जो पहले दूर ही रहते थे। आपने ‘चमकीला’ फिल्म हिट होने के बाद इंस्टाग्राम पर लिखा था, मैं वापस आ गई हूं और कहीं नहीं जा रही हूं... क्या आत्मविश्वास फिर से लौटा है?यह पंक्ति लोगों ने मेरे लिए बोली थी, इसलिए मैंने वह लिख दी थी। आत्मविश्वास तो हमेशा से था। वह कभी नहीं खोया था। कलाकार स्वयं को नहीं कह सकता है कि मैं वापस आ चुकी हूं। लोग यह भरोसा दिलाते हैं। मैंने सिर झुकाकर उस भरोसे का सम्मान किया है।

यह दिलचस्प टाइटल है। चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। मैं पब्लिक प्रोफेशन में हूं। यह शीर्षक भी दर्शकों ने दिया है। इसका मतलब यह है कि उन्होंने पहले मेरा 1.0 वर्जन देखा था, अब 2.0 देख रहे हैं। जाहिर है कि उन्होंने मुझमें कुछ बदलाव देखा होगा। मेरे 2.0 में यही है कि अच्छी फिल्में करूं, दर्शक की उम्मीदों पर खरी उतरूं। जब मैं दमदार परफॉर्मेंस नहीं देती हूं, तो दर्शकों से डांट भी पड़ती है। दर्शकों के साथ मेरा कमाल का रिश्ता है। उन्होंने मुझे यह साफ-साफ बता दिया है कि वह फिल्मों में मुझसे क्या चाहते हैं। फिल्में चुनते वक्त मैं हमेशा उसे दिमाग में रखूंगी। दूसरा होगा मेरा संगीत, जिसमें मैं स्टेज शोज, म्यूजिक एल्बम सब करूंगी। बाकी अपने परिवार के साथ समय बिताऊंगी।