विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा का माइक्रो मैनेजमेंट


भोपाल ।  मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लगभग आठ महीने पहले भाजपा ने चुनाव का माइक्रो मैनेजमेंट शुरू किया है। इस चुनावी प्रबंधन में मतदाता के घर, मोहल्ले, गली और बूथ में घुलने-मिलने की रणनीति शामिल है। यानी मतदाता को उसके घर में ही अपना बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस रणनीति के अहम किरदार त्रिदेव और पंच परमेश्वर होंगे। इनके दम पर भाजपा अपनी चुनावी जमीन मजबूत करना चाह रही है।
इसके साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव की तरह मध्य प्रदेश में भी मतदाता सूची के हर बूथ के हर पन्ने पर दर्ज मतदाताओं से जीवंत संपर्क बनाए रखने के लिए सूक्ष्म स्तर पर काम किया जा रहा है। इसके लिए पन्ना प्रभारियों की भी नियुक्ति की गई है। चुनाव प्रबंधन का यह माडल पूरे प्रदेश में लागू कराया जा रहा है। इंदौर संभाग की 37 विधानसभा सीटों पर इसे तेजी से अमल में लाया जा रहा है। इंदौर संभाग की इन सीटों पर लगभग 12 हजार मतदान केंद्र हैं। हर बूथ के लिए बूथ समितियां बनाई जा चुकी हैं। जहां बूथ समिति निष्क्रिय हैं, उसके पदाधिकारियों और सदस्यों में बदलाव भी शुरू कर दिया गया है।

बूथ विस्तारक मैदान में रहेंगे
बूथ समितियों और पांच-छह बूथों से मिलाकर बने शक्ति केंद्र की निगरानी और कामकाज के लिए बूथ विस्तारक भी बनाए गए हैं। यह बूथ विस्तारक 14 से 24 मार्च तक अपने कार्यक्षेत्र के हर बूथ पर प्रवास करेंगे। वे इस काम के लिए हर दिन छह से आठ घंटे मैदान पर देंगे। बूथों की पड़ताल करने के बाद बूथ विस्तारक हर दिन भाजपा कार्यालय पर रिपोर्ट भी देंगे। इस अभियान को बूथ विस्तारक-2.0 नाम दिया गया है।

इस तरह बांटी जिम्मेदारी
बूथ समिति - हर बूथ पर 11-11 कार्यकर्ताओं की समिति बनाई जा रही है। अधिकांश समितियां बन चुकी हैं तो कुछ का दोबारा गठन किया जा रहा है। बूथ समिति में अध्यक्ष, महामंत्री और बीएलए बूथ लेवल एजेंट प्रमुख हैं। इन्हें त्रिदेव नाम दिया गया है।
शक्ति केंद्र - पांच-छह बूथों को मिलाकर एक शक्ति केंद्र बनाया गया है। शक्ति केंद्र की टोली में पांच जिम्मेदार तय किए गए हैं। इन्हें पंच परमेश्वर नाम दिया गया है। इसमें शक्ति केंद्र प्रभारी, संयोजक, सह संयोजक, हितग्राही प्रभारी, आइटी प्रभारी शामिल हैं। चुनाव तक यह टोली अपने अधीन आने वाले बूथों पर त्रिदेव और बूथ समिति से काम कराएगी।
बूथ विस्तारक - एक शक्ति केंद्र पर एक बूथ विस्तारक की नियुक्ति की गई है। बूथ विस्तारक उन कार्यकर्ताओं को बनाया जा रहा है, जो भाजपा की विचारधारा को समझते हों और जिनमें संगठन क्षमता हो। मंडल अध्यक्षों से ऐसे कार्यकर्ताओं के नाम बुलाए गए थे।

गुजरात चुनाव के माडल को बनाया आधार
भाजपा संभागीय प्रभारी भगवानदास सबनानी ने बताया कि भाजपा के गुजरात चुनाव के माडल को आधार बनाकर राष्ट्रीय संगठन की योजना एवं गाइडलाइन के अनुसार काम किया जा रहा है। बूथ समितियों में उसी बूथ के कार्यकर्ताओं को शामिल किया जा रहा है। मतदाता सूची के एक पन्ने पर 30 मतदाताओं के नाम दर्ज होते हैं। एक पन्ना प्रभारी को बस उन 30 मतदाताओं से संपर्क की ही जिम्मेदारी दी गई है। आशानुरूप काम न करने वाली बूथ समितियों में बदलाव भी करेंगे।