नई दिल्ली । 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियां चुनावी रणनीति बनाने में लगी हुई हैं। बीजेपी जहां एक बार फिर से अपनी सरकार बनाने की जुगत में लगी हुई है। वहीं कांग्रेस अन्य विपक्षी पार्टियां को अपने साथ मिलाकर बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए जोर-शोर से चुनावी मैदान में कदम रख रही है। बीजेपी की तरफ से 2024 के लोकसभा चुनावों में उतरने का रणनीतिक खाका तैयार किया गया है। बीजेपी इस महीने के अंत तक देशभर में अपने 250 से ज्यादा कॉल सेंटर बना लेगी। देशभर में जहां 250 कॉल सेंटर बनाने वाली है, उसके हिसाब से 2 लोकसभा सीट पर एक कॉल सेंटर होगा। हर एक कॉल सेंटर 20 हजार कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाएगा। जो 24 घंटे पार्टी के लोगों तक संदेश पहुंचाएंगे। यानि मोबाइल फोन के जरिए पार्टी इस बार ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। इन कॉल सेंटरों को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष कॉल सेंटर स्थापित करने वाले शीर्ष पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कर चुके है। इनको प्रजेंटेशन के जरिए किस तरह काम करना है वो भी समझाया जा चुका है। बीजेपी के इन कॉल सेंटरों पर 2 टीमें रहने वाली है। पहली टीम के कॉलर सरकार की योजनाओं का प्रचार करेंगे तो वहीं अब तक कितना लाभ मिला है वो बताएंगे। इसके अलावा दूसरी टीम के लोग विपक्षी पार्टियों पर हमलावर रहेंगे। इस टीम का काम सेना, क्षेत्र, भाषा, वेशभूषा हिंदुत्व, देश, जाति के विरोध में दिए गए बयानों को रिसर्च कर खोजने का काम करेंगी। इसके लिए रिसर्चरों की टीमें भी बनाई गई है। पीएम नरेंद्र मोदी 127 चुनावी रैलियां करने वाले है। अक्टूबर- नवंबर में होने वाली समीक्षा के बाद चुनावी रैलियां घटाई और बढ़ाई जा सकती है। इस मिशन की औपचारिक शुरुआत जनवरी में हो जाएगी।  कॉल सेंटर के अलावा बीजेपी दो इलेक्शन वाररूम भी बनाने वाली है। जहां से विरोधी दलों की सभाओं की जियो मैपिंग की जाएगी। तमिनलाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में चार वॉररूम बनाए जाएंगे। वहीं जिन राज्यों में लोकसभा सीटों की संख्या 10 से ज्यादा है वहां 2 वाररूम बनाए जाएंगे। इसके जरिए विरोधी दलों की रैलियों सभाओं में गए लोगों के मोबाइल फोन पर तुरन्त ही विरोधी दलों के तर्कों और वादों की काट के संदेश पहुचाएं जाएंगे।