भोपाल । स्कूली बच्चों की अपार आईडी बनवाने में हो रही परेशानियों को देखते हुए कांग्रेस ने परीक्षा होने तक इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की है। कांग्रेस विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता का कहना है कि अपार आईडी के नाम पर बच्चे और उनके पेरेंट्स परेशान हो रहे हैं। आधार केन्द्रों पर बच्चों और उनके परिवारजनों की भीड़ लगी हुई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि छात्रों की परीक्षाएं होने वाली है, जिसके लिए रोल नंबर भी आवंटित होती है। ऐसी स्थिति में परेशान अभिभावकों और बच्चों को आधार सेंटर से लेकर नगर निगम तक भटकाया जा रहा है। अपार आईडी (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्रेशन) पहली से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए एक विशेष पहचान प्रणाली है। यह एक 12 अंकों का कोड होता है जिसके जरिए छात्र की हर शैक्षणिक जानकारी उसके अंदर होती है।कांग्रेस विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा थोपी हुई अपार आईडी छात्रों और अभिभावकों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। हर स्कूल में सैकड़ों पेरेंट्स लाइन लगाए खड़े हैं। क्योंकि उनके बच्चों के दस्तावेजों में अंग्रेजी और हिंदी स्पेलिंग में मिस मैच, आधार कार्ड से मिसमैच ,जन्म प्रमाण पत्र से मिस मैच हटवाने की जिम्मेदारी डाल दी गई है।

लोगों के पास कई आईडी फिर भी नई आईडी थोपी
कांग्रेस नेता भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा- कि लोगों के पास आधार कार्ड, समग्र कार्ड होने के बावजूद नई आईडी थोपी जा रही है। वहीं, अपार आईडी को आधार, समग्र से मैच करवाया जा रहा है। इसके चलते नाम में स्पेस की भी गलती होने पर लोग जन्म-मृत्यु कार्यालय से लेकर आधार कार्ड संस्थान तक दौड़ रहे हैं। आज स्थिति यह है कि मूल निवासियों का प्रमाण पत्र स्वीकार नहीं हो रहे है। इसके लिए कई अन्य दस्तावेज बनवाने पड़ रहे हैं। जिससे बच्चों की परीक्षा के समय उन पर गलत असर पड़ रहा है। ऐसे में परीक्षा से समय आईडी बनवाने पर रोक लगानी चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो इसके खिलाफ आंदोलन होगा। साथ ही बच्चों का भविष्य बिगाडऩे की जिम्मेदारी भी सरकार की होगी।


62 फीसदी बच्चे गुणा-भाग नहीं कर पाते
कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्राथमिक शिक्षा का भाजपा पहले ही भट्टा बैठा चुकी है। 62 फीसदी बच्चे गुणा-भाग नहीं कर पाते हैं। स्कूल ड्रॉप आउट बच्चों के मामले में प्रदेश होड़ लगा रहा है। गुप्ता ने कहा कि मल्टी आईडी बनाने के चलते स्कूल ड्रॉप आउट छात्रों की संख्या बढ़ सकती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ने केंद्र सरकार किसी एजेंसी की भलाई के लिए मल्टी आईडी प्रणाली शुरू कर रही है। जबकि समग्र आईडी पहले ही बन चुकी है। डिजी लॉकर के नाम पर करोड़ों रुपया फूंककर गूगल ड्राइव में डेटा स्टोर करने की बजाय हर छात्र स्वेच्छा से अपना डेटा रिकार्ड कर सके, ऐसी व्यवस्था होना चाहिए। कांग्रेस नेता ने मांग की कि सरकार डिजी लॉकर में निजी डेटा की सुरक्षा की गारंटी ले। साथ ही 10वीं और 12वीं परीक्षाएं होने तक अपार आईडी बनवाने की प्रक्रिया स्वैच्छिक किया जाए।