ग्वालियर ।   सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ सुगंध न आने के लक्षण कोरोना संक्रमित मरीजों में पाए जा रहे हैं। शुक्रवार को जो आठ संक्रमित मरीज मिले हैं, उसमें कुछ लोगों को सुगंध न आने की समस्या थी। जब इन्होंने जांच कराई तो पता चला कि वह कोविड संक्रमित हैं। अब कोरोना तेजी से बढ़ रहा है और लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। ग्वालियर जिले में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 26 हो चुकी है। खतरा बढ़ता जा रहा है, इसलिए जरूरी है लोग कोविड नियमों का पालन करें और महामारी से बचें। यह निले संक्रमित: कोरोना के आठ नए संक्रमित मरीजों में दो रानी महल के कर्मचारी हैं। इसके अलावा विकास नगर निवासी 79 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें कुछ दिन से गंध नहीं आ रही थी, जिसके चलते जांच कराई तो वह कोरोना संक्रमित पाए गए। रानी महल के 45 वर्षीय व 50 वर्षीय दो कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। अशोक कालोनी निवासी 55 वर्षीय महिला एवं गोले का मंदिर निवासी 49 वर्षीय महिला भी संक्रमित हैं। इन्हें सर्दी, खांसी व बुखार था। कोिवड जांच की संख्या भी नहीं बढ़ी: कोरोना जिस गति से फैल रहा है, उस गति से सार्वजनिक स्थलों पर जांच शुरू होना चाहिए थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को भोपाल से निर्देश नहीं मिल सके हैं। इसके चलते जांच कम ही हाे रही हैं। जिला अस्पताल की आरटीपीसीआर मशीन बंद पड़ी हुई है।

सर्दी, जुकाम व सुगंध न आने के लक्षण, दो मरीज बाहर से लौटे थे

- पाटई गांव के रहने वाली 29 वर्षीय महिला व यातायात नगर निवासी 35 वर्षीय युवक चार दिन से शहर से बाहर थे। महिला मथुरा से दो दिन पहले लौटी थी, जबकि युवक दिल्ली में नौकरी करता है, वहां से आया था। जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है। मरीजों को किया आइसोलेट

- ग्वालियर में अब तक 26 लोग कोविड संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें एक मरीज ही अस्पताल में भर्ती है। बाकी मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर पर ही आइसोलेट किया गया है। इन मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से न तो कोई दवा उपलब्ध कराई जा रही है और न ही इनकी सतत मानिटरिंग की जा रही है, जिससे कोरोना फैलने का खतरा है।

इनका कहना 

जिले में कोरोना के मरीज हर दिन बढ़ रहे हैं, इसलिए लोगों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। वह कोविड नियमों का पालन करें और महामारी से बचें। भोपाल से जैसे-जैसे निर्देश मिलते जाएंगे, वैसे-वैसे जांच बढ़ाई जाएगी।

डा. मनीष शर्मा, सीएमएचओ