भोपाल ।  श्‍यामला हिल्‍स पर स्‍थित मानस भवन में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रामायण अधिवेशन आज से शुरू हो गया है। 19 मार्च तक चलने वाले आयोजनों में 70 से ज्‍यादा विद्वान अपने विचार व्यक्त करेंगें। यह आयोजन      रामचरितमानस भवन ह्यूस्टन अमेरिका, तुलसी मानस प्रतिष्ठान एवं रामायण केन्द्र भोपाल के संयुक्‍त तत्‍वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इस अधिवेशन में देश के अलावा अमेरिका, मारीशस आदि स्थानों से भी विद्वान आए हैं। इस दौरान 13 सत्र आयोजित किए जाएंगे। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम, होली मिलन भी होगा। अधिवेशन में विद्वान शास्त्रों के आधार पर रामचरित मानस से संबंधित शोध प्रस्तुत व वाचन करेंगे। तीन दिन तक यह अधिवेशन सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक चलेगा। इस अवसर पर सत्रों के बीच में विशेष वक्तव्य सत्र भी होंगे। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन शामिल हुई हैं।

रामायण के प्रमुख प्रसंगों पर डाक टिकटों की लगी प्रदर्शनी

मानस भवन में इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा रामायण के प्रमुख प्रसंगों पर जारी डाक टिकटों की प्रदर्शनी भी सजाई गई है। डाक टिकटों के संग्रहकर्ता दयाराम मंडल ने बताया कि डाक टिकट किसी भी देश का एक नन्हा-सा राजदूत होते हैं, जो वहां की कला-संस्कृति, इतिहास और सरल शब्दों में कहें तो उस देश की खासियत से अवगत कराते हैं। डाक टिकटों के अध्ययन से यह पता चलता है कि इनमें संसार समाया है, फिर चाहे सामाजिक तानाबाना हो ,खान-पान, वेषभूषा, तीज- त्योहार, संत- महात्मा, भारतीय महाकाव्य, खेल, सिनेमा जगत, विज्ञान, पर्यावरण, इतिहास, स्वतंत्रता सेनानी, नारीशक्ति,बाल, युवा सहित अन्य विषय ऐसे नहीं हैं, जिन्हें डाक टिकटों ने न छुआं हो। रामायण मर्यादा पुरुषोत्तम राम की कथा है, जो एक आदर्श राजा, विनम्र शासक और सामाजिक एवं पारिवारिक मूल्यों के संरक्षक थे। रामायण और उससे संबंधित प्रसंगों पर जारी डाक टिकटों की इस प्रदर्शनी को 17 से 19 मार्च तक लोग देख सकेंगे।