वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों की सटीक भविष्यवाणी करने के लिए प्रसिद्ध इतिहासकार एलन लिक्टमैन ने एक बार फिर 2024 के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपनी राय दी है। उनके अनुसार, इस बार कमला हैरिस चुनाव में विजेता बनकर उभरेंगी, भले ही डोनाल्ड ट्रम्प की लोकप्रियता में मजबूती बनी हुई है। लिक्टमैन ने कहा कि उनकी यह भविष्यवाणी द कीज टू द व्हाइट हाउस नामक प्रणाली पर आधारित है, जिसे उन्होंने 1981 में गणितज्ञ व्लादिमीर केलिस-बोरोक के साथ मिलकर विकसित किया था। इस पद्धति में 13 प्रमुख कारकों का विश्लेषण किया जाता है, जिनमें कांग्रेस में पार्टी की स्थिति, अर्थव्यवस्था की मजबूती, घोटाले, सामाजिक अस्थिरता और उम्मीदवार का करिश्मा शामिल है।


राजनीतिक परिदृश्य में आठ प्रमुख कारक हैरिस के पक्ष में
मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में आठ प्रमुख कारक हैरिस के पक्ष में हैं, जो उनकी जीत की संभावना को मजबूती से स्थापित करते हैं। यह प्रणाली 1984 से लेकर अब तक के दस में से नौ चुनावों के नतीजों को सही साबित कर चुकी है, जिससे यह एक भरोसेमंद स्रोत मानी जाती है। इसके बावजूद, इस बार लिक्टमैन को उनके विश्लेषण के लिए अभूतपूर्व आलोचना का सामना करना पड़ा है। उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें अश्लील और धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं, जिसमें उनके परिवार को भी निशाना बनाया गया है। लिक्टमैन ने कहा कि इस चुनाव चक्र में उन्हें पहले से अधिक शत्रुता का सामना करना पड़ा है, जो पिछले चुनावों से काफी अलग है।


यह कारक ट्रंप को सत्ता में वापस लाने के लिए पर्याप्त नहीं 
हालांकि, लिक्टमैन का मानना है कि विदेश नीति के घटनाक्रम विशेष रूप से गाजा संघर्ष में बाइडेन प्रशासन की भूमिका चुनावी परिदृश्य को प्रभावित कर सकती है। उनका कहना है कि अगर इस मुद्दे पर अमेरिकी नीति में बड़ा बदलाव आता है, तो यह कारक नतीजों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह कारक ट्रंप को सत्ता में वापस लाने के लिए पर्याप्त नहीं होगा।


अमेरिकी राजनीति में एक ऐतिहासिक बदलाव होगा
कमला हैरिस यदि इस भविष्यवाणी के अनुसार चुनाव जीतती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला और पहली अश्वेत राष्ट्रपति बनेंगी, जो अमेरिकी राजनीति में एक ऐतिहासिक बदलाव होगा। लिक्टमैन का यह विश्लेषण राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना यह है कि उनकी इस ऐतिहासिक भविष्यवाणी का नतीजा क्या होता है और क्या 2024 का चुनाव एक नया इतिहास लिखेगा।