महासमुंद : सरकार जोर-शोर से डिजिटल इंडिया बनाने में जुटी है, लेकिन महासमुंद ज़िले ने छत्तीसगढ़ के सभी ज़िलों को पीछे छोड़ दिया। बीते गुरुवार को छत्तीसगढ़ राज्य का महासमुंद ज़िला पहला डिजिटल ज़िला घोषित कर दिया गया। छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, रायपुर द्वारा बीते गुरुवार 18 मई को आयोजित डिजिटल सब कमेटी की मीटिंग में पात्र बैंक खातों का शत प्रतिशत डिजिटलीकरण की उपलब्धि प्राप्त करने के कारण महासमुंद जिले को छत्तीसगढ़ राज्य का प्रथम “डिजिटल जिला“ घोषित किया गया है। कलेक्टर महासमुंद निलेशकुमार क्षीरसागर ने महासमुंद जिले की इस विशिष्ट उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने जिले में कार्यरत सभी बैंक कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा यह बैंक कर्मियों की लगन और मेहनत का ही परिणाम है। आगे भी ऐसे ही जनहितकारी कार्य करते रहने की अपेक्षा की। जिला बैंक अग्रणी प्रबंधक अनुराग श्रीवास्तव ने कलेक्टर को इस सम्मान की जानकारी दी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत एस. आलोक ने भी इस उपलब्धि पर बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।
 डिजिटल लेनदेन के लिए बचत खाताधारकों को एटीएम कार्ड उपलब्ध कराने के साथ ही बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध करायी गयी। जिसके द्वारा पेटीएम मनी ट्रांसफर किया जा सकता है। कंपनी व व्यक्तियों को क्यूआर कोड जैसी ई बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराया गया। ज़िले के कम पढ़े लिखे खाताधारक जो एटीएम व अन्य ई बैंकिंग के प्रयोग के लिए बायोमेट्रिक की सुविधा उपलब्ध करायी गयी। जिससे खाताधारक एटीएम के स्क्रीन पर अंगूठा लगाकर रुपए निकाल सकते हैं या दूसरे के खाते में रुपए भेज सकते है।
 अग्रणी बैंक प्रबंधक अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि महासमुंद जिले में कुल 13 लाख 34 हज़ार 770 खाता धारक है। इनमें से 13 लाख 18 हजार 36 सेविंग और 16 हजार 734 करंट खाते है। ये सभी खाते कम से कम एक डिजिटल सेवा से जुड़े है। 2 लाख 7 हजार 2 खातेदारों को ई-बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराया गया है। वही 8 लाख 73 हजार 65 लोगों को डेबिट/रुपए कार्ड मुहैया कराया गया। पॉस/क्यूआर कोड 5,944 लोग उपयोग कर रहे है। इसी प्रकार 5 लाख 23 हजार 542 मोबाइल बैंकिंग/ यूपीआई एवं यूएसएसडी का भी उपयोग करते है।

      डिजिटल भुगतान पारिस्थिति की तंत्र का सघनीकरण एवं विस्तार“ कार्यक्रम के तहत अक्टूबर 2020 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा डिजिटल जिला आरंभिक परियोजना को महासमुंद में शुरू किया गया था।  इसके पश्चात अन्य जिलों में भी इस परियोजना को लागू किया गया है। बैठक में पुरस्कार वितरण निदेशक (संस्थागत वित्त, छत्तीसगढ़ राज्य शासन) शीतल सारस्वत वर्मा (आईआरएस) द्वारा किया गया। बैठक में जिले की तरफ से यह पुरस्कार अनुराग श्रीवास्तव (जिला अग्रणी प्रबंधक, महासमुंद) द्वारा ग्रहण किया गया।