लंदन । भारत औपनिवेशिक अतीत के हिसाब से ब्रिटेन से कोहिनूर हीरा और हजारों अन्य वस्तुओं को वापस लाने के लिए एक कूटनीतिक अभियान चलाएगा। इसकी जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में दी। इस संबंध में नई दिल्ली में अधिकारी तैयारी कर रहे हैं। भारत में शासन के दिनों में ब्रिटेन ले जाई गई संभावित हजारों कलाकृतियों की वापसी को सुरक्षित करने के लिए भारत के मंत्रिस्तरीय और राजनयिक कर्मचारियों को जुटाया जाएगा, जिसे एक स्रोत ने अतीत के साथ गणना के रूप में वर्णित किया है। यह समझा जाता है कि उनका लक्ष्य कोहिनूर हीरे की वापसी को सुरक्षित करना है। जो राजा के लिए ट्रस्ट में रखे गए क्राउन ज्वेल्स में से एक है।
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत से ली गई ऐतिहासिक कलाकृतियों को वापस लाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं शामिल है। भारतीय संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन ने कहा कि पुरावशेषों की वापसी भारत की नीति-निर्माण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी। उन्होंने कहा, यह सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, संस्कृति मंत्रालय की एक शाखा, स्वतंत्र होने के बाद से देश से तस्करी की गई वस्तुओं को पुन: प्राप्त करने के प्रयासों का नेतृत्व कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिणी भारत के एक मंदिर से ली गई कांस्य मूर्ति के संबंध में ऑक्सफोर्ड के एशमोलियन संग्रहालय से पहले ही संपर्क किया जा चुका है।