बरसात का मौसम प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। इस मौसम में चारों ओर बस हरियाली ही नजर आती है। यही वजह है कि कई लोगों को मानसून काफी पसंद होता है। गर्मी से राहत दिलाने वाले में इस सुहाने मौसम में कई लोग घूमने की प्लानिंग करते हैं। बरसात के महीने में झरनों की खूबसूरती भी काफी बढ़ जाती है। ऐसे में इस सीजन झरने देखने का अपना अलग ही मजा है। अगर आप भी आने वाले दिनों में वॉटरफॉल्स देखने का मन बना रहे हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे वॉटरफॉल्स के बारे में, जिन्हें बहुत कम लोग ही जानते हैं, लेकिन अपनी खूबसूरती की वजह से अब लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं।

नोहकलिकाई झरना, मेघालय

इसे सेवन सिस्टर्स फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है, यह भारत का सबसे ऊंचा झरना है, जो खासी पहाड़ियों से 700 मीटर (2,300 फीट) नीचे गिरता है।

नूरानांग झरना, अरुणाचल प्रदेश 

यह झरना अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में स्थित है। 100 मीटर (330 फीट) की ऊंचाई से गिरने वाला यह झरना अपने आश्चर्यजनक सफेद पानी के लिए जाना जाता है।

धुआंधार झरना, मध्य प्रदेश 

यह झरना मध्य प्रदेश के जबलपुर के पास मौजूद है। यह 300 मीटर यानी करीब 1,000 फीट की ऊंचाई से गिरने वाले खूबसूरत हरे पानी के लिए जाना जाता है। ऊंचाई से गिरने की वजह से इससे निकलने वाला धुंआ लोगों का मन मोह लेता है।

तीरथगढ़ झरना, छत्तीसगढ़ 

यह झरना छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित है, और अपने कई स्तरों के झरने के लिए जाना जाता है, जो देखने में एक लेसी पर्दे के जैसा दिखता है।

चित्रकोट झरना, छत्तीसगढ़ 

यह झरना छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इसमें इंद्रावती नदी 95 मीटर (312 फीट) की ऊंचाई से गिरती है।

होगेनक्कल झरना, तमिलनाडु

यह झरना तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा पर कावेरी नदी पर स्थित है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और अपने सुंदर दृश्यों और ताजे पानी के लिए जाना जाता है।

इरुपु फॉल्स, कर्नाटक 

यह झरना कर्नाटक के कूर्ग जिले में स्थित है और अपनी हैरान कर देने वाली सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां पानी 253 मीटर (830 फीट) की ऊंचाई से गिरता है और यह झरना हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है।