India city news.com
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे कि बता तेरी रजा क्या है.........निश्चित रूप से कड़ी मेहनत और लक्ष्य प्राप्त करने के जज्बे से हर कुछ मुमकिन है। आईपीएस आकाश को 10 बी क्लास में कम नंबर आने के कारण स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन वह अपनी मेहनत और लगन की दम पर एक IPS Officer बने गए। कहा जाता है कि कि यूपीएससी परीक्षा में वही अभ्यर्थी सफल हो सकता है। जो बचपन से पढ़ाई में तेज हो। लेकिन आकाश ने यह सिद्ध कर दिया कि ऐसा नहीं है कड़ी मेहनत और लक्ष्य प्राप्त करने के संकल्प से हर कुछ संभव है। आकाश को कम नंबर आने के कारण स्कूल से निकाल दिया गया था। लेकिन अपनी मेहनत और लगन की दम पर उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में साल 2006 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर ली। और एक
एक IPS Officer बन गए।
आकाश कुलहरि को 10वीं का रिजल्ट आने के बाद स्कूल से निकाल दिया गया था। लेकिन उनके आत्मविश्वास में कमी नही आई। और कड़ी मेहनत से UPSC परीक्षा क्रेक करके IPS बन गए।
IPS आकाश राजस्थान के बीकानेर जिले के रगने बाले हैं। उनके पिता पशु चिकित्सक थे। उनकी स्कूली शिक्षा के दौरान हाईस्कूल में उनके करीब 57 प्रतिशत अंक आए।  जिस कारण उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था। स्कूल बदलना पड़ा और फिर  85 प्रतिशत के साथ इंटरमीडिएट पास की। इसके आगे कि बढ़ाई उन्होंने 2001 में दुग्गल कालेज बीकानेर से बीकॉम किया। इसके बाद आकाश ने जेएनयू दिल्ली से स्कूल ऑफ सोशल साइंस विषय से एमकॉम किया है।


न्यूज़ सोर्स : India city news.com