प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (2 जुलाई) को एनडीए संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता की. तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद मोदी ने पहली बार सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सांसदों से बताया कि उन्हें संसद में पूरी तैयारी के साथ आना है. उन्हें ग्राउंड पर भी काम करने की जरूरत है. एनडीए की बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा की जानी है.संसदीय दल की बैठक की शुरुआत होने पर जैसे प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे, उनका स्वागत किया गया. एनडीए के घटक दलों के सांसदों ने तालियों के साथ पीएम का स्वागत किया. इसके बाद उन्हें माला पहनाई गई. संसदीय कार्य मंत्री और बीजेपी नेता किरेन रिजिजू ने बताया कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर नरेंद्र मोदी को बधाई दी गई. पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए को आगे ले जाने का लक्ष्य रखा गया. पहली बार आए सांसदों से कहा गया कि वे नियम के अनुसार ही पेश आएं.

बैठक में गांधी परिवार का हुआ जिक्र

सूत्रों ने बताया है कि पीएम ने संसदीय दल बैठक में नए सांसदों को हिदायत दी कि उनसे कई लोग चिपकने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे लोगों को वेरिफिकेसन के बाद ही अपने साथ लाएं या संपर्क रखें. मीडिया में अनावश्यक बयानबाजी से बचें. उन्होंने सांसदों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों को पूरा समय दें और तैयारी के साथ ही संसद में आएं.पीएम मोदी ने कहा कि गांधी परिवार ये सहन नहीं कर पा रहा है कि उनके परिवार के बाहर कोई प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है. इसलिए अब उनके व्यवहार में गुस्सा और झुंझलाहट दिखाई दे रहा है. एक चाय वाला तीसरी बार प्रधानमंत्री बन गया, ये वो पचा नहीं पा रहे हैं. गांधी परिवार ने सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाया. हमने देश के सभी पीएम को सम्मान दिया, इसलिए पीएम म्यूजियम जाए और देखें.