भोपाल ।   विदिशा से भोपाल आ रही संविधान बचाओ -लोकतंत्र बचाओ यात्रा को राजधानी पहुंचने से पहले ही पुलिस ने लांबाखेड़ा में रोक दिया। इसकी सूचना पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मिली तो वे आंदोलनकारियों से मिलने लांबाखेड़ा पहुंच गए और पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि इन्हें भोपाल जाने से रोका गया, तो वो यहीं धरना देंगे। दिग्विजय सिंह की चेतावनी के बाद पुलिसकर्मियों ने यात्रा को आगे बढा दिया। बता दें कि आदिवासी नेता सुनील आदिवासी के नेतृत्व में निकल रही इस यात्रा में दिग्विजय को रोशनपुरा से शामिल होना था, लेकिन पुलिस के रोकने के कारण वे करोंद चौराहे से लांबाखेड़ा के बीच यात्रा में पहुंच गए। दिग्विजय ने पुलिसकर्मियों से कहा कि यात्रा को यदि रोशनपुरा चौराहे तक नहीं जाने दिया गया तो वे यहीं धरना देंगे। जिसके बाद पुलिसकर्मी पीछे हटे। खबर लिखे जाने तक संविधान बचाओ -लोकतंत्र बचाओ करोंद स्थित पीपल्स माल तक पहुंच चुकी थी। जो निरंतर रोशनपुरा में प्रस्तावित धरना स्थल की ओर आगे बढ़ रही है।

राजा साहब के जयकारे पर भड़े दिग्विजय

दिग्विजय सिंह जब आदिवासियों को संबोधित कर रहे थे तो लोग राजा साहब के जयकारे कर रहे थे। इस पर वह नाराज भी हो गए। साथ ही कहा कि कोई राजा साहब जिंदाबाद नहीं कहेगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि सुनील आदिवासी 12 दिनों से पैदल चलकर यहां पहुंचे हैं। रास्ते में कहीं से किसी से झगड़ा नहीं किया है। दो अक्टूबर को यहां आने का मकसद था कि हम अहिंसा के पुजारी हैं।

सरकार पर साधाना निशाना

दिग्विजय सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों से जमीनें छीन ली गई हैं। साथ ही इन्हें पट्टा लेस कर दिया गया है। गरीबों को दबंगों के पैरों तले दबाया जा रहा है। दबंग लोग आदिवासियों के ऊपर पेशाब कर रहे हैं। ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार और ये जो मामा है, कहता है कि मैं तुम्हारा हूं। अरे हमें, मालूम है कि तुम किसके हो। दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान पर हमला करते हुए कहा कि तुम किसी के नहीं हो। दिग्विजय सिंह आदिवासियों से कहा कि मैं पूरे समय आपके साथ चलूंगा।