इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। वह 37 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं। एशेज सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला खेल रहे ब्रॉड ने ओवल में तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद बताया कि वह अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे हैं और इस मैच के खत्म होने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। वह टेस्ट क्रिकेट में 600 विकेट लेने वाले दूसरे तेज गेंदबाज और कुल मिलाकर चौथे गेंदबाज हैं। लंदन में तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ब्रॉड ने कहा "कल या सोमवार के मेरा क्रिकेट का आखिरी मैच होगा। यह एक अद्भुत यात्रा रही, नॉटिंघमशायर और इंग्लैंड का बैज पहनना मेरे लिए एक बड़ा सौभाग्य है। मैं क्रिकेट को उतना ही प्यार करता हूं जितना पहले करता था। यह एक ऐसी अद्भुत सीरीज रही है जिसका मैं हिस्सा बनना और हमेशा शीर्ष पर रहना चाहता था। और यह सीरीज ऐसा महसूस कराती है। यह सबसे आनंददायक और मनोरंजक सीरीज में से एक रही है, जिसका मैं हिस्सा रहा हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मैं इसके बारे में कुछ समय, कुछ हफ्तों से सोच रहा था। इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया हमेशा मेरे लिए शिखर पर रहा है। मुझे ऑस्ट्रेलिया के साथ हुई लड़ाइयां पसंद हैं, जो मेरे और टीम के रास्ते में आईं, मेरा एशेज से प्रेम संबंध है और मुझे लगता है कि मैं चाहता था कि मेरी आखिरी बल्लेबाजी और गेंदबाजी एशेज में हो। मैंने स्टोक्सी को कल रात बताया और आज सुबह चेंजिंग रूम को बताया और ईमानदारी से कहूं तो, यह सही समय लगा और मैं नहीं चाहता था कि दोस्त या नॉटिंघमशायर टीम के साथी ऐसी चीजें देखें जो सामने आ सकती हैं। मैंने इसके बारे में बहुत सोचा है, और यहां तक कि कल रात आठ बजे तक, मैं 50/50 था। लेकिन जब मैं स्टोक्सी के कमरे में गया और उसे बताया, तो मुझे वास्तव में खुशी महसूस हुई, क्योंकि मैंने जो कुछ भी हासिल किया है उससे मैं संतुष्ट हूं।"

ब्रॉड ने 167 टेस्ट मैच, 121 वनडे इंटरनेशनल और 56 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 845* विकेट लिए हैं। ब्रॉड ने ब्रॉड ने 20 साल की उम्र में अगस्त 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 मैच में इंग्लैंड के लिए पहला मुकाबला खेला था। वहीं, 2007 में श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। इसी साल टी20 विश्व कप में युवराज सिंह ने उनके ओवर में छह छक्के लगाए थे और ब्रॉड गलत वजह से चर्चा में आए थे। हालांकि, इसके बाद उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। वह क्रिकेट के सबसे महान तेज गेंदबाजों में से एक के रूप में जाने जाएंगे, जो टेस्ट विकेट लेने वालों की सर्वकालिक सूची में पांचवें स्थान पर हैं। नॉटिंघमशायर का यह गेंदबाज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने नाम कई सम्मान लेकर गया है, जिसमें 2010 टी20 विश्व कप और चार एशेज सीरीज जीत शामिल हैं। टीम के साथी जेम्स एंडरसन के साथ, ब्रॉड अपने देश के लिए 600 टेस्ट विकेट लेने वाले केवल दो तेज गेंदबाजों में से एक हैं और उन्होंने इस सप्ताह ओवल में अपने अंतिम मैच में अपना 150 वां एशेज विकेट लिया।

41 साल के एंडरसन संन्यास के मूड में नहीं

37 साल के ब्रॉड ने भले ही संन्यास का एलान कर दिया हो, लेकिन इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन फिलहाल इस बारे में नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पांचवें एशेज टेस्ट के बाद क्रिकेट को अलविदा नहीं कहना चाहते, क्योंकि अभी वह अपनी टीम को बहुत कुछ दे सकते हैं। इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक विकेट ले चुके एंडरसन रविवार को 41 वर्ष के हो जाएंगे। उन्होंने इस एशेज सीरीज में पांच ही विकेट लिए हैं लेकिन उनका मानना है कि उन्होंने खराब गेंदबाजी नहीं की। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि मैंने खराब गेंदबाजी की या मेरी रफ्तार कम हुई है। मुझे लगता है कि अभी भी इस टीम को बहुत कुछ दे सकता हूं। जहां तक संन्यास का सवाल है तो मैं जल्दी ही नहीं लेने वाला। अभी मैं बहुत कुछ दे सकता हूं। आप प्रार्थना करते हैं कि खराब दौर बड़ी सीरीज में नहीं आए लेकिन मेरे साथ ऐसा हो रहा है । वैसे मेरे पास टीम के लिए कुछ करने का एक और मौका है। एशेज सीरीज के बाद इंग्लैंड को अब जनवरी में भारत में खेलना है और एंडरसन को उम्मीद है कि वह तब तक खेलेंगे।