अमेरिका में रह रहे एक टीनएजर का दावा है कि वेपिंग की लत की वजह से उसके फेफड़े चार बार खराब हो चुके हैं। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ड्रेवन हैटफील्ड नाम का यह टीनएजर, इस आदत की वजह से अपनी उम्र से कहीं ज्यादा बड़ा भी दिखने लगा। डॉक्टर्स ने हैटफील्ड की जांच कर कहा कि ऐसा लग रहा है कि वह 30 साल से ज्यादा समय से हर दिन कम से कम सिग्रेट के तीन पैक खत्म कर रहा है।

हैटफील्ड का दावा है कि उन्होंने 13 साल की उम्र से ही वेपिंग शुरू कर दी थी। उन्हें लगता था कि यह ट्रेंड सिग्रेट से ज्यादा सुरक्षित है, इसलिए हफ्ते में दो या तीन बार डिसपोज़ेबल वेप पेन्स का इस्तेमाल शुरू कर दिया। लेकिन जल्द ही 2021 के अक्टूबर महीने में उन्हें सीने में तेज दर्द और अकड़न शुरू हो गई, जिसके बाद उन्हें जल्दी अस्पताल ले जाया गया। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, इस टीनएजर में स्पॉन्टेनियस नीमोथोरेक्स का निदान किया गया, जिसे आसान भाषा में फेफड़ों का खराब होना कह सकते हैं। जो तब होता है जब फेफड़ों और सीने की दीवार के बीच हवा फंस जाती है।

हैटफील्ड ने माना कि शुरुआत में उन्हें कोलैप्स्ड फेफड़ों और वेपिंग की आदत के बीच संबंध समझ नहीं आया था। हालांकि, एक कष्टदायी हफ्ते तक पीढ़ा झेलने के बाद, उन्हें अगले ही हफ्ते एक बार फिर चेस्ट ट्यूब का दर्द झेलना पड़ा। जब उनके फेफड़े तीसरी बार खराब हो गए। इस टीनएजर ने एक्सपर्ट से संपर्क किया और वेपिंग को हमेशा के लिए छोड़ने का फैसला किया। जब हैटफील्ड के फेफड़े चौथी बार खराब हुए, तो उनके रिब्ज की वॉल को जोड़ने के लिए सर्जरी करनी पड़ी।

सर्जरी और बीमारी से पूरी तरह रिकवर होने के बावजूद यह टीनएजर मानता है कि अब भी शरीर काफी प्रभावित है। वह अक्सर कमर दर्द से जूझता है और सीने में हर वक्त एक बेचैनी सी रहती है। हैटफील्ड ने बताया कि निकोटीन गम की मदद से वह वेपिंग की आदत से बच सके। और अब उन्होंने इस आदत से हमेशा के लिए छुटकारा पा लिया है। अब वह वेपिंग से जुड़े जोखिमों के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम भी करते हैं।