अनुष्का शर्मा अपने पति विराट कोहली के साथ उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थीं। सोशल मीडिया पर इनकी मंदिर के अंदर की तस्वीरें वायरल हुईं। तस्वीरों में इस पावर कपल की सादगी की लोगों ने जमकर तारीफ की, लेकिन कोई था जिसे ये सब कुछ खास रास नहीं आया। वो हैं, लगभग हर मुद्दे पर अभी राय रखने वाले द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री।

अनुष्का-विराट के मंदिर जाने पर बोले विवेक अग्निहोत्री

विवेक अग्निहोत्री ने अनुष्का और विराट के महाकालेश्वर मंदिर जाने को लेकर सोशल मीडिया पर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि समय के साथ लोग बदल जाते हैं। विवेक अग्निहोत्री ने लिखा, 'मुझे याद है कि बहुत से सोशल मीडिया यूजर्स ने विराट कोहली को तब ट्रोल किया था जब उन्होंने मजाक में कहा था 'क्या मैं पूजा पाठ करने वाला टाइप  दिखता हूं'। लोग बदल जाते हैं और यह बहुत अच्छी बात है, क्योंकि परिवर्तन सार्थक जीवन का दूसरा नाम है।'

'लोग बदल जाते है...

आपको याद दिला दें कि विवेक अग्निहोत्री जिस बायन का जिक्र कर रहे हैं वो 7 साल पुराना है। ये घटना टी20 विश्व कप में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई जब एक रिपोर्टर ने विराट से पूछा कि क्या वह दबाव की स्थिति में खुद को शांत करने के लिए 'पूजा-पाठ' (प्रार्थना) करते हैं। विराट ने कहा था, 'क्या मैं पूजा-पाठ टाइप देखता हूं? विराट के इस बयान की काफी आलोचना भी हुई थी।

7 साल पहले उड़ाया था मजाक

हालांकि ये बात 7 साल पुरानी है क्योंकि अब तो विराट और अनुष्का शर्मा अक्सर ही किसी न किसी धार्मिक स्थल पर नजर आ जाते हैं। जैसे ये वीडियो जो विवेक ने शेयर किया है। इसमें अन्य भक्तों के साथ मंदिर के अंदर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जनसामान्य जैसे ही दिखाई दे रहे हैं। वे इंदौर में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट मैच के एक दिन बाद शनिवार सुबह मंदिर गए। समाचार एजेंसी एएनआई को अनुष्का ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा,  'हम यहां पूजा करने आए थे और महाकालेश्वर मंदिर में अच्छे दर्शन किए।'

कंगना रनोट कर चुकीं हैं तारीफ

इससे पहले कंगना रनोट ने सोशल मीडिया पर विराट और अनुष्का की जमकर तारीफ की। उन्होंने लिखा, 'यह पावर कपल कितना अच्छा उदाहरण स्थापित कर रहा है, यह न केवल महाकाल (भगवान शिव) का आशीर्वाद ले रहे हैं, बल्कि यह किसी न किसी तरह से सनातन पर निर्मित धर्म और सभ्यता की महिमा भी दिखा रहे हैं। ये राज्य में पर्यटन को बढ़ाता है और कुल मिलाकर देश को अपने आत्मसम्मान और अर्थव्यवस्था दोनों में मदद करता है।'