मुंबई। इस साल महाराष्ट्र में पांच चरणों में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव में महिला मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने में अहम भूमिका निभाएंगी. क्योंकि 2004, 2009, 2014 और 2019 की तुलना में 2024 में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ी है. 2019 में महिला मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 22 लाख 79 हजार 192 थी. 2024 में यह संख्या 4 करोड़ 44 लाख 16 हजार 814 लाख तक पहुंच गई है. 2019 में सर्विस वोटर समेत कुल मतदाताओं की संख्या 8 करोड़ 86 लाख 76 हजार 946 बताई गई है. इसमें 4 करोड़ 64 लाख 25 हजार 348 पुरुष मतदाता हैं. जबकि 4 करोड़ 22 लाख 79 हजार 192 महिला वोटर और 2 हजार 406 तृतीय पंथी वोटर थे. 5 अप्रैल 2024 तक कुल मतदाताओं की संख्या 9 करोड़ 26 लाख 37 हजार 230 बताई गई है। इसमें 4 करोड़ 86 लाख 04 हजार 798 पुरुष मतदाता हैं. इनमें 4 करोड़ 44 लाख 16 हजार 814 महिला वोटर और 5 हजार 618 तृतीय पंथी वोटर हैं. 2004 में पुरुष और महिला मतदाताओं का अलग-अलग पंजीकरण नहीं था। इसलिए, उस वर्ष कुल 3 करोड़ 42 लाख 63 हजार 317 मतदाता पंजीकृत थे। 2009 और 2014 दोनों लोकसभा चुनावों के लिए किए गए मतदाता पंजीकरण में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में कम थी। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदाता पंजीकरण में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ी है. 2011 की जनगणना के अनुसार, प्रति 1000 पुरुषों पर 925 महिलाएं थीं। 2014 में, मतदाता सूची में महिलाओं का अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 889 महिलाएं था। 2019 में प्रति 1000 पुरुषों पर 911 महिलाएं थीं। 2024 में प्रति 1000 पुरुषों पर 923 महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
* स्वीप अभियान के माध्यम से महिलाओं को मतदान के लिए किया जा रहा प्रोत्साहित 
महिला मतदाता जागरूकता के लिए भारत निर्वाचन आयोग स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक भागीदारी) कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न गतिविधियाँ क्रियान्वित कर रहा है। इस अभियान का अहम उद्देश्य महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ाना है. इसके लिए महिला मतदाताओं का पंजीकरण बढ़ाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं, नर्सों, महिला स्वयं सहायता समूहों, गैर-सरकारी संगठनों आदि का सहयोग लिया जा रहा है। इसके अलावा, उद्योग, शिक्षा, सामाजिक, साहित्य, कला और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी महिलाओं के माध्यम से महिलाओं को मतदाता पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।